2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को रोकने के लिए बने इंडिया गठबंधन में एक बार फिर दरार नजर आ रही है. महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) की 23 सीटों की मांग के बाद, कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि स्थिति अब बदल गई है और शिवसेना (यूबीटी) को इस बारे में सोचना चाहिए.
संजय निरुपम ने कहा कि उन्हें पता चला कि शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में 48 में से 23 सीटें मांग रही है. उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा एक जटिल विषय है, इसके बारे में निर्णय इतनी आसानी से नहीं लिया जा सकता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन में सभी दलों को एक साथ लड़ने और बीजेपी को हराने की जरूरत है, तो हमें अंदरूनी कलह को रोकना होगा.
23 सीटों की मांग बहुत ज्यादा है: संजय
संजय निरुपम ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि ‘मुझे पता है कि शिवसेना ने 23 सीटों की मांग की है, जो बहुत ज्यादा है.’ उन्होंने कहा कि स्थिति अब बदल गई है. शिवसेना को इस बारे में सोचना चाहिए. सच्चाई यह है कि पिछले वर्ष के दौरान, शिवसेना को विभाजन का सामना करना पड़ा और कई प्रमुख नेताओं ने पार्टी छोड़ दी, यही स्थिति एनसीपी के साथ भी है.
एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी शिवसेना
2019 में अविभाजित शिवसेना बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी अब महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सहयोगी हैं. इसके बाद, जून 2022 में, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 40 अन्य विधायकों के साथ, पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया और बीजेपी में शामिल हो गए, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी.
एनसीपी में भी विभाजन
2023 में, एनसीपी को भी विभाजन का सामना करना पड़ा जब अजीत पवार और छगन भुजबल जैसे प्रमुख नेताओं ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से हाथ मिला लिया. शिव सेना (यूबीटी) भी नए बने इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जिसका गठन आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए किया गया है.
इंडिया गठबंधन के दलों की चार बैठक
अब तक, इंडिया गठबंधन के दलों की चार बैठकें हो चुकी हैं. संयुक्त विपक्ष की पहली बैठक 23 जून को पटना में और दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई. तीसरी बैठक 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में हुई और चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई थी. इंडिया (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) पार्टियां 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ एकजुट चुनौती पेश करना चाहती हैं.