आम चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही तमाम पार्टियों ने प्रचार प्रसार पर फोकस करना शुरू कर दिया है. हालांकि प्रचार प्रसार की बात करें तो 2024 लोकसभा चुनाव में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. चुनाव प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है. नई टेक्नोलॉजी अपनाने के मामले में कांग्रेस ने भी इस रणनीति पर काम शुरू कर दिया है.
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार पार्टी का थिंक टैंक बखूबी इस बात को समझता है कि एआई राजनीतिक दलों को वोटरों को बेहतर तरीके से समझने और उन्हें आकर्षित करने में मदद करता है और चुनाव प्रचार अभियान को ज्यादा प्रभावी और असरदार बना सकता है
बड़े पैमाने पर एआई की मदद
कांग्रेस से जुड़े उच्च सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अपनी पूर्व सरकारों के खिलाफ भाजपा के प्रोपेगेंडा से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर एआई की मदद लेगी. इसके लिए राजनेताओं के वीडियो से ही उनकी बात बोलने की तैयारी भी की गई है.
सोशल मीडिया का इस्तेमाल
इन वीडियो में पंडित नेहरू जम्मू कश्मीर के बारे में और सरदार पटेल आरएसएस के बारे में बीजेपी के आरोपों का जवाब देते भी नजर आएंगे. इन वीडियो का सोशल मीडिया पर कांग्रेस पहले से ही इस्तेमाल करती रही है और अब बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है.
हिस्ट्री ऑफ कांग्रेस
कांग्रेस के एक ही सोशल मीडिया हैंडल हिस्ट्री ऑफ कांग्रेस पर 2021 से ऐसे वीडियो आते रहे हैं जो खूब वायरल भी होते रहे हैं. उच्च सूत्रों के मुताबिक पार्टी से जुड़े इनफ्लुएंसर, नेता और कार्यकर्ता और तमाम अलग-अलग हैंडल्स पर यह वीडियो पोस्ट किए जाएंगे.
भाषण आधा दर्जन भाषाओं में प्रसारित
कांग्रेस की शुरुआती तैयारी के मुताबिक राहुल गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण भी लगभग आधा दर्जन भाषाओं में प्रसारित किए जाएंगे ताकि वोटरों को यह भाषण अच्छी तरीके से समझ आए. खास बात ये है कि इस बार एआई के जरिए चर्चित नेता वोटरों को उनके नाम से पुकारते नजर आएंगे.