वामपंथ और कांग्रेस, दोनों एक जैसे हैं. दोनों विकास के खिलाफ रहे हैं. दोनों भ्रष्टाचार के मामले में एक-दूसरे से कंपटीशन करते थे. दोनों को जनता ने खारिज कर दिया है. ये बात पीएम मोदी ने केरल के अलाथुर लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा में कही. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि सबसे पुरानी पार्टी के युवराज यूपी में अपने परिवार की सीट (अमेठी) की रक्षा नहीं कर सके और वोट मांगने के लिए केरल आ गए. मोदी ने केरल सरकार पर राज्य में गरीबों को लूटने का आरोप लगाया.
सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने करुवन्नूर सहकारी बैंक घोटाले का मुद्दा उठाया. कहा कि राज्य की 300 सहकारी बैंकों में गरीबों, मजदूर वर्ग, महिलाओं और खाड़ी देशों से लौटे लोगों के एक लाख करोड़ रुपये जमा कराए गए. यह पैसा माकपा के भ्रष्टाचार के कारण खतरे में है. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने घोटाले की जांच की.
‘दो टर्म में हुआ विकास महज एक झांकी’
पीएम ने कहा कि अब वो कानूनी सलाह ले रहे हैं कि एजेंसियों द्वारा जब्त राशि से निवेशकों का पैसा कैसे लौटाया जाए. प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रभावित लोगों को सहायता देने के लिए हर कोशिश की जाएगी. केरल और देश की प्रगति के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है. बीजेपी सरकार के दो टर्म में हुआ विकास महज एक झांकी है.
उन्होंने भरोसा जताया कि केरल के लोग ये तय करेंगे कि चुनाव के बाद उनकी आवाज संसद में सुनी जाए. उन्होंने केरल के लोगों से समर्थन मांगा. साथ ही वादा किया कि एनडीए सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने पर अहमदाबाद-मुंबई की तर्ज पर उत्तर, पूर्व और दक्षिण भारत में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए सर्वे कराया जाएगा.
‘कांग्रेस ने वाम दल के सदस्यों को आतंकी कहा था’
पीएम ने कहा कि कांग्रेस नेता केरल के लोगों से वोट मांगेंगे. मगर, उनके लिए आवाज नहीं उठाएंगे. भ्रष्ट लोग मोदी को रोकने के लिए गठबंधन कर रहे हैं. मगर, वो उनसे डरने वाले नहीं हैं. कांग्रेस ने वाम दल के सदस्यों को आतंकवादी करार दिया था. मगर, इन्हें एक साथ चुनावी रणनीति तैयार करते हुए देखा जाता है.
इस दौरान उन्होंने पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) का भी जिक्र किया. इसके पॉलिटिकल विंग सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया पर निशाना साधा. आरोप लगाया कि ये कांग्रेस और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए भारत में प्रतिबंधित संगठन की शाखा के बीच एक गुप्त समझौता है. उन्होंने कहा कि केरल में हिंसा और अराजकता आम है. यहां राजनीतिक हत्याएं की जाती हैं. कॉलेज परिसर असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन गए हैं. बच्चे सुरक्षित नहीं हैं.