केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर संग्राम जारी है. महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और भूमाता ब्रिगेड की नेता तृप्ति देसाई देर रात कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची. देसाई ने छह अन्य महिलाओं के साथ सबरीमाला मंदिर में प्रवेश का एलान किया है. देसाई के कदम के खिलाफ भारी प्रदर्शन हो रहे हैं. महिलाओं की एंट्री का विरोध कर रहे संगठन देर रात से ही एयरपोर्ट के बाहर डटे हैं. बड़ी संख्या बाहर जुटे प्रदर्शनकारी उन्हें एयरपोर्ट से बाहर न निकलने देने के लिए अड़े हैं. इसके चलते इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है. तृप्ति देसाई ने भी केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के आदेश के बाद मंदिर तीसरी बार आज शाम को खुलेगा. शीर्ष अदालत के फैसले के बावजूद कोई भी महिला श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते मंदिर में अब तक नहीं जा पाई हैं. बीजेपी नेता एमएम गोपी ने कहा है कि तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट के बाहर पुलिस या दूसरी किसी भी सरकारी वाहन का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा. एयरपोर्ट में मौजूद टैक्सी चालक उन्हें ले जाएंगे. उनको अपना वाहन करना होगा. अगर वह एयरपोर्ट से बाहर आईं तो उनके खिलाफ रास्ते भर प्रदर्शन होगा.
क्या है विवाद?
सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री के लिए आदेश दिया था. इससे पहले मंदिर में 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं की एंट्री प्रतिबंधित थी. मंदिर प्रशासन और धार्मिक संगठनों का कहना है कि इस उम्र की महिलाएं पीरियड्स (माहवारी) आती हैं और उन्हें मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा सकती है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ भारी प्रदर्शन हुए हैं. इसकी वजह से महिलाएं अब तक मंदिर में प्रवेश नहीं पा सकी हैं.