लोकसभा चुनाव के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार अयोध्या पहुंचे. रामलला के दर्शन किए. मंगलवार को हनुमानगढ़ी मंदिर जाकर पूजा पाठ किया. फिर सीनियर अफसरों के साथ बैठक की. उसके बाद सीएम योगी ने बीजेपी नेताओं की मीटिंग बुलाई. पहले विधायकों संग बातचीत की. फिर अयोध्या के बीजेपी नेताओं संग करीब घंटे भर तक बैठक की. इस मीटिंग का एजेंडा मिल्कीपुर विधानसभा उप चुनाव रहा. बीजेपी के जीत दिलाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ली है. यहां से विधायक रहे अवधेश प्रसाद अब फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद चुन लिए गए हैं.
फैजाबाद में जीत के बाद से समाजवादी पार्टी सातवें आसमान पर है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव संसद से लेकर सड़क तक अवधेश प्रसाद को साथ लिए रहते हैं. फैजाबाद की हार को मिल्कीपुर सीट जीत कर बीजेपी हिसाब बराबर करना चाहती है. अयोध्या में एक और हार बीजेपी को अब मंजूर नहीं है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है. इसलिए सुपर 30 की बैठक के अगले ही दिन वे अयोध्या पहुंच गए. उप चुनाव की तैयारी के लिए सीएम योगी ने तीस मंत्रियों की एक टीम बनाई है.
कोई रिस्क नहीं लेना चाहते सीएम योगी
इस बार चुनाव प्रचार नहीं होगा. जरूरत हर वोटर के घर तक जाने की है. हमें उनका मन जीतना है. कोई बड़ी सभा नहीं होगी. जरूरत पड़ी तो दो चार गावों का दौरा हम भी करेंगे. हमें हर हाल में विजय हासिल करना है. बीजेपी नेताओं की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये कह कर सबकों एकजुट होने को कहा. बैठक में तय हुआ कि किस नेता को क्या करना है और कैसे करना है. योगी आदित्यनाथ इस चुनाव को लेकर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
उप चुनाव के लिए नई तरह की रणनीति
लोकसभा चुनाव में पिछड़ों और दलित वोटरों का एक तबका समाजवादी पार्टी में शिफ्ट कर गया. बीजेपी की कोशिश अब समाजवादी पार्टी के नए वोट बैंक को तोड़ने की है. इसीलिए उप चुनाव के लिए नई तरह की रणनीति बनाई गई है. अलग अलग जाति के नेताओं की टोली बनी है. ये टोली उस समाज के वोटरों को अपना बनाएगी. बीजेपी नेताओं की एक कमेटी ऐसी बनाई गई है जो अफसरों से मिल कर लोगों से काम कराएगी. यूपी बीजेपी कोर कमेटी के सदस्यों ने दो जो विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी ली है. इस कमेटी में सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, पार्टी के यूपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह शामिल हैं.