दबाव में 71 लोगों को दिया जमीन का पट्टा! भ्रष्ट अफसरों पर योगी सरकार का चला चाबुक; दो और PCS सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के हरदोई में जमीन के पट्टे का खेल सुर्खियों में रहा था. इस मामले में प्रशासन ने जानबूझकर 71 अपात्रों के नाम से पट्टा जारी किया था. मामला प्रकाश में आने के बाद डीएम हरदोई ने मामले की जांच कराई और उनकी ही जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन स्तर से आदेश जारी करते हुए दो पीसीएस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इनमें एक स्वाति शुक्ला फिलहाल फर्रुखाबाद में एडीएम न्यायिक की पोस्ट पर तैनात हैं तो दूसरे प्रतीत त्रिपाठी एटा में एसडीएम हैं. इस मामले में डीएम ने मामला प्रकाश में आने के साथ ही लेखपाल और कानूनगो को सस्पेंड कर दिया था.

हरदोई जिला प्रशासन के मुताबिक यहां पट्टे का खेल उस समय शुरू हुआ, जब स्वाति शुक्ला यहां एसडीएम थीं. उनके ट्रांसफर होने के बाद आए एसडीएम प्रतीत त्रिपाठी ने भी इस खेल को जारी रखा. यहां लेखपाल और कानूनगो की रिपोर्ट पर इन अधिकारियों ने 71 अपात्र लोगों को जमीन का पट्टा जारी कर दिया. इस मामले में बवाल शुरू होने पर डीएम हरदोई ने मामले की जांच कराई और लगाए गए आरोपों की सत्यता प्रमाणित होने पर डीएम ने लेखपाल और कानूनगो को सस्पेंड कर दिया था.

पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं लेखपाल-कानूनगो
डीएम हरदोई ने इसी मामले में तत्कालीन दोनों एसडीएम के खिलाफ भी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा था. यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी संज्ञान में लाया गया था. अब सीएम के निर्देश पर शासन स्तर से जारी आदेश में इन दोनों अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है. नियुक्ति विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक इन्हें तत्काल प्रभाव से राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है. इसी के साथ मामले में आगे की जांच की जिम्मेदारी मंडलायुक्त लखनऊ को दी गई है.

साल 2022-23 का है मामला
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक साल 2022-23 में हरदोई सदर तहसील की ग्राम पंचायत फरीदापुर में करीब 150 बीघे जमीन का पट्टा जारी किया गया था. कायदे से यह पट्टा भूमिहीन लोगों को जारी किया जाना था, जिससे वह कमा खा सकें. लेकिन जब शिकायत आने के बाद मामले की जांच कराई गया तो पता चला कि इसमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिनके पास पहले से खेतीहर जमीन है. मामले का खुलासा होने के बाद डीएम हरदोई ने उसी समय इन सभी पट्टों को शून्य घोषित कर दिया था.

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