दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को कथित शराब घोटाला मामले में 9 अगस्त को रिहाई मिल गई. वो पिछले 17 महीनों से जेल में बंद थे, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी. जिसके बाद अब सीएम केजरीवाल की जमानत के मामले में भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है. जिससे सवाल खड़े क्या हो गए हैं कि क्या सीएम केजरीवाल जेल से बाहर आएंगे?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद है, जिसके चलते सीएम केजरीवाल ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट केजरीवाल के मामले पर बहुत जल्द सुनवाई करने को तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट 20 अगस्त को केजरीवाल की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करेगा.
केजरीवाल ने किया SC का रुख
सीएम केजरीवाल ने 12 अगस्त को सीबीआई की गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी थी और याचिका दायर की थी, साथ ही उन्होंने याचिका दाखिल करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को भी चुनौती दी और कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी, जिस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सीएम केजरीवाल के वकील को ईमेल करने को कहा था. सीबीआई की ओर से गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती देने का मामला केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी और सीयू सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में रखा है. सीएम ने CBI द्वारा तिहाड़ जेल से 26 जून को हुई अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया था.
21 मार्च को हुई गिरफ्तारी
इससे पहले CBI की ओर से हुई गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल ने हाई कोर्ट का रुख किया था, लेकिन सीबीआई से उन्हें राहत नहीं मिली थी और हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था. दिल्ली के सीएम को ईडी ने कथित शराब घोटाला के मामले में लागातर 9 बार समन भेजने के बाद 21 मार्च को लंबी पूछताछ के बाद उनके आवास से ही गिरफ्तार किया था, जिसके बाद वो फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं. हालांकि, सीएम केजरीवाल को मई में सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, लेकिन चुनाव के नतीजों से पहले 1 जून को वो जेल वापस चले गए थे और नतीजे 4 जून को आए थे. हालांकि इसी केस में 26 जून को सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया, जिसके चलते वो हिरासत में बने रहे.