नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपराधिक घटनाओं और खराब कानून व्यवस्था पर भी राजनीति शुरू हो गई है. सीएम केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर राजधानी में बढ़ रहीं अपरधाकि घटनाओं और कानून व्यवस्था पर चिंता जताई. सीएम के पत्र पर उपराज्यपाल ने जवाब दिया है. जवाबी चिट्ठी में उपराज्यपाल ने लिखा कि उनके द्वारा दिल्ली पुलिस की नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जाती है.
उपराज्यपाल ने कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्रियों और पार्टी नेताओं द्वारा राजनीतिकरण करना इन दिनों लगभग एक आदत बन गई है. इस तरह की पत्रबाजी करने से कोई फायदा नहीं होता है.
इस विषय पर होनी चाहिए सार्थक चर्चा
उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसा किया जा रहा है. पार्टी के लिए राजनीतिक अवसर पैदा करने के बजाय समाधान की ओर ले जाने वाली सार्थक चर्चा की जानी चाहिए. इसके लिए वह केजरीवाल सरकार की कैबिनेट का स्वागत करते हैं.
केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच जारी है तकरार
बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और केजरीवाल सरकार के बीच कई मुद्दों पर सीधे तौर पर तकरार हो चुकी है. इस बीच, मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ रहे क्राइम को लेकर सीएम केजरीवाल ने एक पत्र लिखा था. इस पत्र में केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की नाकामियों के बारे में बताया था. इसके लिए उन्होंने उपराज्यपाल और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
पंजाब में AAP की सरकार आने पर कम हुआ क्राइम रेट
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है. यहां का क्राइम रेट कम होना चाहिए. उपराज्यपाल को इस ओर ध्यान देना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी की सरकार पंजाब में भी है. पंजाब की पुलिस इतना अच्छा काम कर रही है. वहां के क्राइम रिकॉर्ड में कमी आई है. केजरीवाल ने यह भी कहा कि यदि दिल्ली पुलिस उनके अंडर में आ जाएगी तो राजधानी में काफी हद तक क्राइम कम हो जाएगा.