प्रदूषण से कराह रही दिल्ली, आज भी AIQ रहा 300 के पार; देखें कहां-कैसे हालात

देश के कई राज्यों में अब मौसम ने करवट ले ली है. सुबह-शाम लोगों को हल्की-हल्की ठंड महसूस होने लग गई है. वहीं राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां पर प्रदूषण ने लोगों को तंग किया हुआ है. सोमवार को दिल्ली का AQI बहुत खराब श्रेणी में रहा. यहां AQI 327 दर्ज किया गया. हालांकि एक दिन पहले की तुलना में AQI में मामूली सुधार हुआ है. अगर हम शनिवार की बात करें तो दिल्ली में AQI 255 था और रविवार को 356 तक पहुंच गया था. यानि सीधे 101 अंक ज्यादा.

दिवाली का त्योहार नजदीक है. दिवाली के करीब आते-आते राजधानी दिल्ली की हवा और खराब होने लगी है. यहां फिर से प्रदूषण बढ़ने लगा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, बीते रविवार को राजधानी का AQI जहां 356 दर्ज किया गया तो वहीं सोमवार को AQI 327 दर्ज किया गया. रविवार की तुलना में सोमवार को 29 अंक कम रहा. ये थोड़ा राहत की बात रही.

दिल्ली-NCR में बढ़ रहा प्रदूषण
दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए कई प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं. समय-समय पर प्रदूषण का हॉटस्पॉट बने इलाकों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है. अधिक प्रदूषण वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी करके प्रदूषण फैलाने वाले कारकों के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है, ताकि उसे कम करने के उपाय खोजे जा सकें. दिल्ली समेत NCR में भी वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है

पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाए
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) का कहना है कि दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए वर्तमान में लागू किए गए GRAP-II को सख्ती से लागू किया जाए. इसके अंतर्गत आने वाले नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए. अगर लोग ऐसा करने में लापरवाही कर रहे हैं तो कार्रवाई की जाए. दिल्ली-NCR के अंतर्गत आने वाले राज्यों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, सड़कों की धुलाई और सफाई, एंटी-स्मॉग मशीन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग और पटाखों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाना चाहिए.

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए CAQM द्वारा समन्वय और निरीक्षण बढ़ाने का आदेश दिया गया. वहीं प्रदूषण को लेकर सोमवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बैठक की. बैठक के दौरान इन बातों पर विशेष जोर दिया गया…

धान की पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकारों द्वारा कार्रवाई की जाए. पराली जलाने के संबंध में विशेष निगरानी रखी जाए.
दिल्ली-NCR की सड़कों पर चलने वाले वाहनों के प्रदूषण की जांच की जाए. जो वाहन प्रदूषण फैलाते हैं, उनका चालान किया जाए.
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से दिल्ली-NCR में आने वाली इंटर-सिटी बस की भी जांच की जाए.
चूंकि दिवाली नजदीक है. ऐसे में दिल्ली-NCR और आसपास के क्षेत्रों में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए.
दिल्ली-NCR में सड़कों की साफ-सफाई और पानी के छिड़काव की समय-समय पर जांच की जाए. एंटी स्मॉग मशीन का भी उपयोग किया जाए.

प्रदूषण को कम करने का काम करेंगे मार्शल
वहीं दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने से संबंधित उपायों को लागू करने में सहायता के लिए उन 10,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात करेगी, जिन्हें पिछले साल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को यह जानकारी दी. इन नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को पिछले साल नवंबर में बर्खास्त कर दिया गया था, जब वे बस मार्शल के रूप में काम कर रहे थे

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