नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के चीफ लालू प्रसाद यादव और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को समन जारी किया है. ईडी ने लालू यादव को 27 दिसंबर जबकि तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है.
बता दें कि नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया गया है. ईडी के समन से पहले दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में इसी मामले में सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की ओर से दायर आवेदन पर सुनवाई करते हुए सीबीआई से जवाब मांगा है. राजद नेताओं की ओर से आवेदन में आरोप पत्र के साथ दायर दस्तावेजों की आपूर्ति की मांग की गई थी.
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई की ओर 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव, मीसा भारती समेत 17 लोगों के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी दिलाने के आरोपों में मामला दर्ज किया गया था. सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर में आरोप है कि लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के अलग-अलग मंडलों के पदों पर समूह डी में काफी अभ्यर्थियों की नियुक्तियां की थी. साल 2004 और 2009 के बीच इन सभी नियुक्ति में लालू यादव ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ली थी.