केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया. जांच एजेंसी ने आप नेता को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया और कहा कि एजेंसी लोकसभा चुनाव से पहले यह काम कर सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान केजरीवाल ने कोर्ट में अपनी बातें रखीं और कहा कि वह, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी सभी निर्दोष हैं.
जांच एजेंसी ने मंगलवार को तिहाड़ जेल में आप सुप्रीमो से पूछताछ की और आबकारी नीति मामले से संबंधित उनका बयान दर्ज किया. दूसरी ओर, केजरीवाल ने निचली अदालत के जमानत आदेश के क्रियान्वयन पर अंतरिम रोक लगाने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली अपनी याचिका उच्चतम न्यायालय से वापस ले ली. न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन पीठ ने केजरीवाल को अपनी याचिका वापस लेने की अनुमति दी. आप नेता के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने पीठ को बताया कि चूंकि उच्च न्यायालय ने 25 जून को विस्तृत आदेश पारित किया है, इसलिए वह एक ठोस अपील दायर करना चाहेंगे.
सीबीआई के आरोप को किया खारिज
अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि कुछ मीडिया में ये बातें चल रही हैं कि उन्होंने मनीष सिसोदिया पर सारा दोष डाल दिया है. ये खबरें सीबीआई सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही है. ये बिलकुल गलत हैं. मैने ऐसा कभी नहीं कहा. मनीष सिसोदिया, मैं और आम आदमी पार्टी पूरी तरह से निर्दोष है. कृपया इसे रिकॉर्ड पर लिया जाए.
सुनवाई के दौरान सीबीआई से कोर्ट ने जानना चाहा कि गिरफ्तारी को लेकर एजेंसी ने कहा कि केजरीवाल गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. सीबीआई ने कहा कि ये सही है कि गवाहों को प्रभावित किया गया है. इस पर केजरीवाल ने कहा कि ये चाहते हैं कि समाचार पत्रों फ्रंट पेज पर हेडलाइन लगाई जाए कि उन्होंने सारा दोष सिसोसिया के सर पर लगाया है. केजरीवाल खुद खड़े होकर बोल रहे थे.
सिसोदिया पर केजरीवाल ने कही ये बात
सीबीआई के वकील ने कहा कि खुद केजरीवाल पहले ये कह चुके हैं कि नई नीति सिसोदिया का आइडिया था. इस दौरान कोर्ट ने टिप्पणी की कि जैसा सरकारी वकील कह रहे हैं. वैसा केजरीवाल का बयान नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि इनके सारे आरोप झूठे हैं.
इस पर सीबीआई के वकील ने कहा कि यदि उन लोगों ने बयान पढ़ा तो परेशानी और भी बढ़ जाएगी. केजरीवाल ने कहा कि मैंने कहा था आबकारी नीति के तीन उद्देश्य हैं. हमें रेवेन्यू बढ़ाना था और जो लंबी लाइनें लगती हैं वो खत्म करनी हैं. मैंने मनीष सिसोदिया को बुलाकर ये तीन दिशाएं दी थीं. उन्होंने पूछा कि निजीकरण किसका विचार था? मैंने कहा कि मेरा विचार नहीं था.