कुवैत के मंगाफ शहर में एक इमारत में आग लगने से हड़कंप मच गया. इस दर्दनाक हादसे में 40 भारतीयों की मौत हो गई वहीं 30 भारतीय झुलस गए हैं जिनका हालत गंभीर बनी हुई है. सभी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. वहीं करीब 90 भारतीयों को रेस्क्यू किया गया है. घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जाहिर करते हुए मृतकों के परिवार के लिए संवेदना व्यक्त की हैं.
सोशल मीडिया साइट पर पीएम ने एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि कुवैत शहर में आग लगने की घटना बेहद दुखद है. उनकी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. इसके आगे उन्होंने कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि हादसे में घायल सभी लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. पीएम ने ये भी बताया कि कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने घटना पर जताया दुख
इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी घटना पर दुख प्रकट किया है. अपने सोशल मीडिया पर उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि वह कुवैत में भयानक त्रासदी से दुखी हैं, जहां कई भारतीय मजदूरों की जान चली गई और कई घायल बताए जा रहे हैं. इसके आगे उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जाहिर करते हुए घायलों के लिए प्रार्थना की. इसके साथ ही खरगे ने ये भी लिखा कि वह विदेश मंत्रालय से पीड़ितों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह करते हैं.
गृह मंत्री ने दिया इमारत के मालिक की गिरफ्तारी का आदेश
वहीं इस घटना के बाद कुवैत के गृह मंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबा ने इमारत के मालिक के साथ ही इमारत के चौकीदार, श्रमिकों के लिए जिम्मेदार कंपनी के मालिक को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. वहीं कुवैत स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक सभी घायलों को इलाज के लिए कई नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है. घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए चिकित्सा दल हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
इस घटना के बाद भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर और मेल आईडी भी जारी की है. इसके जरिए पीड़ित परिवार कुवैत में भारतीय दूतावास से संपर्क कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि जिस इमारत में आग लगी वह छह मंजिला है. जिसके रसोई घर में आग लगी थी. आग ने देखते ही देखते भयानक रूप अख्तियार कर लिया और पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया. इस इमारत में एक ही कंपनी में काम करने वाले करीब 160 लोग रहते थे. जिनमें कई भारतीय कर्मचारी थे.