विकास की सौगात से महाराष्ट्र को साधने का मोदी प्लान, बदले सियासी हालात में बदलेंगे BJP के रिजल्ट?

लोकसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन चुनावी हलचल तेज हो गई है. पीएम मोदी एक के बाद एक राज्यों का दौरा करके सियासी माहौल बनाना शुरू कर चुके हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री शुक्रवार को तीन राज्यों का दौरा कर महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु को विकास की सौगात से नवाजेंगे. पीएम मोदी सबसे पहले महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचेंगे. इसके बाद कर्नाटक के बेंगलुरु और आखिर में तमिलनाडु के चेन्नई में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे.

लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों का यह दौरा कई लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन महाराष्ट्र के बदले हुए सियासी माहौल में पीएम मोदी का एक सप्ताह में यह दूसरा दौरा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिणी महाराष्ट्र के सोलापुर में करीब 2000 करोड़ रुपए की आठ अमृत (कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन) परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इसके अलावा मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए 90000 से अधिक घरों को भी हितग्राहियों को समर्पित करेंगे और साथ ही सोलापुर में रायनगर हाउसिंग सोसाइटी के 15000 घरों को भी लाभार्थियों को सौंपेंगे. इन लाभार्थियों में हजारों हथकरघा श्रमिक, विक्रेता, पावरलूम श्रमिक, कूड़ा बीनने वाले, बीड़ी श्रमिक और चालक शामिल हैं.

पीएम मोदी ने पिछले सप्ताह ही महाराष्ट्र के नासिक में देश के सबसे लंबे पुल अटल सेतु का अनावरण किया था और लगभग 15,000 करोड़ रुपए की अन्य परियोजनाओं की सौगात दी थी. अब एक बार फिर से महाराष्ट्र के दौरे पर हैं और हजारों करोड़ के विकास योजनाओं को राज्य को समर्पित करेंगे. प्रधानमंत्री की राज्य की लगातार यात्राएं उनकी लोकप्रियता और उनकी सरकार के विकास संदेश का लाभ उठाकर अपनी स्थिति मजबूत करने व महाराष्ट्र में होने वाले लोकसभा और उसके बाद विधानसभा चुनाव में अधिकतम सीटें जीतने की बीजेपी की कोशिशों को दर्शाती है.

महाराष्ट्र की 48 में से 45 प्लस सीटें जीतने का टारगेट
उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक सीटें महाराष्ट्र में आती हैं. यूपी में 80, जबकि महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें हैं. बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 45 प्लस सीटें जीतने का टारगेट रखा है. पिछले दो चुनावों में बीजेपी और अविभाजित शिवसेना गठबंधन के हिस्से के रूप में 41 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. महाराष्ट्र की सियासी हालत काफी बदल चुकी है. शिवसेना और एनसीपी दो धड़ों में बंट चुकी है. उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी कांग्रेस के साथ है. एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना रखी है.

महाराष्ट्र में शिंदे और अजित पवार के साथ होने के बाद भी बीजेपी 2024 के चुनाव में किसी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है. इसलिए बीजेपी ने लोकसभा की लड़ाई शुरू करने से पहले विपक्ष पर अजेय बढ़त हासिल करने के मद्देनजर अपनी सक्रियता को बढ़ा दिया है. पीएम मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. महाराष्ट्र में छोटी-बड़ी सभी परियोजना का उद्घाटन पीएम मोदी के द्वारा किया जाता है ताकि इसका सियासी प्रभाव पड़ सके. यह सिलसिला महाराष्ट्र में 2022 से जारी है, जब से राज्य में बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे के अगुवाई में सरकार बनी है.

सोलापुर का इलाका सुशील कुमार शिंदे का गढ़
पीएम मोदी ने दिसंबर 2022 में नागपुर का दौरा किया था, जहां उन्होंने समृद्धि महामार्ग को समर्पित किया था. इस योजना का लाभ विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र में मिलने की उम्मीद है. उद्धव ठाकरे के सत्ता से बेदखल होने और शिंदे के अगुवाई में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला महाराष्ट्र दौरा था. इसके बाद से पीएम मोदी सात बार महाराष्ट्र का दौरा कर चुके हैं और शुक्रवार को सोलापुर का 8वां दौरा है. सोलापुर का इलाका कांग्रेस के दिग्गज नेता सुशील कुमार शिंदे का गढ़ माना जाता है, जिन्हें बीजेपी अपने साथ मिलाने की कवायद में है. इस बात को सुशील कुमार शिंदे ने खुद कहा है और अब पीएम मोदी के सोलापुर से विकास की सौगात से नवाज कर लोकसभा चुनाव से पहले सियासी समीकरण साधने का दांव चला है.

फरवरी 2023 में मुंबई को शिरडी और सोलापुर के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों से जोड़ने वाली दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के अलावा पीएम मोदी ने सांताक्रूज़-चेंबूर लिंक रोड और कुरार अंडरपास का उद्घाटन किया था, जिसका उद्देश्य शहर में यातायात को कम करना था. सात महीने बाद अगस्त 2023 में, एक कार्यक्रम के लिए पुणे की यात्रा के दौरान पीए मोदी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा किया. मोदी ने एक मेट्रो ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई और पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम के लिए एक ऊर्जा संयंत्र की नींव रखी थी. सितंबर में मोदी ने अहमदनगर जिले का दौरा किया और निलवंडे बांध के बाएं किनारे के नहर नेटवर्क को लोगों को समर्पित किया था, जो 5,177 करोड़ रुपए की सिंचाई परियोजना थी और ये तीन दशकों से लंबित थी. उसी दिन, प्रधानमंत्री ने शिरडी मंदिर का दौरा किया और तीर्थयात्रियों के लिए अत्याधुनिक वातानुकूलित प्रतीक्षा कक्ष सुविधा का उद्घाटन किया था.

पीएम मोदी के महाराष्ट्र दौरे की अलग-अलग रूपरेखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 13 महीनों में महाराष्ट्र का दौरा करके नागपुर, पुणे, अहमदनगर, शिरडी, नासिक, सिंधुदुर्ग और सोलापुर जैसे कम से कम 15 महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्रों को साधने की कवायद की है. इनमें मुंबई के छह लोकसभा क्षेत्र भी शामिल हैं – मुंबई दक्षिण, मुंबई उत्तर, मुंबई, दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पूर्व और मुंबई उत्तर पश्चिम. इन सभी कोप्रधानमंत्री ने मुंबई में अपनी दो यात्राओं के दौरान कवर किया है. इसके अलावा पीएम मोदी के महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों के दौरे की रूपरेखा बनाई जा रही है ताकि लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले सारे इलाके को कवर किया जा सके. इसके पीछे वजह यह है कि बीजेपी महाराष्ट्र की ज्यादा से ज्यादा सीटों को अपने नाम 2024 में करना चाहती है.

महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. बीजेपी, शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेगी. इसके अलावा रामदास अठावले की पार्टी भी शामिल है. महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसमें माना जा रहा है कि 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इस तरह से बीजेपी 30 सीट पर लड़कर भले ही सबसे ज्यादा सीटें जीत ले, लेकिन एनडीए के 2019 में जीते हुए 41 सीटों के आंकड़े को क्या हासिल कर पाएगी, क्योंकि विपक्षी गठबंधन में तीन बड़े धड़ एक साथ हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए 2019 में जीती हुई अपनी 21 सीटों को बचाए रखने के साथ-साथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के लिए भी जीत की पटकथा लिखनी होगी. देखना है कि पीएम मोदी ताबड़तोड़ महाराष्ट्र के दौरे कर 2024 में किस तरह की राजनीतिक जमीन तैयार कर पाते हैं?

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