लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के बीच बेहतर तालमेल बनाने को लेकर एनडीए के प्रवक्ताओं की बैठक हुई. चुनाव में मेनस्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया में क्या करना है और क्या नहीं करना है, इस पर छह घंटों तक मंथन हुआ. बीजेपी के प्रवक्ताओं की मीटिंग तो होती रहती है पर एनडीए की इस तरह की ये पहली बैठक थी. सलाह दी गई कि एनडीए में सभी मुद्दों पर एक सी राय रखी जाए.
बीजेपी के अलावा एनडीए के सहयोगी दलों में से 11 पार्टियों के प्रवक्ता इस बैठक में शामिल हुए. तय हुआ कि मुद्दा या एजेंडा कोई भी हो, सब एक सुर में बोलें. बैठक के दौरान एनडीए की कामयाबी के सफर पर एक फिल्म भी दिखाई गई. बीजेपी के सहयोगी दलों में से प्रवक्ता के बदले कुछ पार्टी के अध्यक्ष ही इस मीटिंग में पहुंचे. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) से चिराग पासवान बैठक में शामिल हुए.
यूपी से बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के मंत्री संजय निषाद मीटिंग में मौजूद रहे. बीजेपी की तरफ से सबको बताया गया कि मीटिंग के अंदर की बात मीडिया तक न पहुंचे. एनडीए के प्रवक्ताओं की ये मीटिंग दिल्ली में पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई.
BJP की ओर से दी जाएगी जानकारी
एनडीए प्रवक्ताओं की बैठक के सबसे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संबोधित किया. उन्होंने बताया कि प्रवक्ताओं को पार्टी और मोदी सरकार के कामकाज को कैसे प्रभावशाली तरीके से मीडिया में रखना है. उन्होंने अपने मंत्रालय के कामकाज के बारे में भी बताया. स्मृति ने कहा कि विपक्षों आरोपों का जवाब आक्रामक तरीके से देनी चाहिए. केंद्रीय मंत्रियों भूपेंद्र यादव, पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर ने भी प्रवक्ताओं के सामने अपने विचार रखे.
बैठक का सबसे बड़ा एजेंडा ये था कि किसी भी मुद्दे पर एनडीए के घटक दलों की राय अलग-अलग न हो. कहीं से ये संदेश न जाए कि आपस में ही झगड़ा है. बीजेपी IT सेल के चीफ ने कहा कि सबको बीजेपी की तरफ से सभी जरूरी जानकारी दी जाएगी. जब भी कोई मुद्दा बहस के लिए आएगा तो सारा रिसर्च बीजेपी की तरफ से सभी सहयोगी दलों के प्रवक्ताओं को दी जाएगी. अगर बीजेपी के सहयोगी दल किसी राज्य का मुद्दा उठाते हैं तो फिर बीजेपी की तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा. तय हुआ कि राज्य के मुद्दों को भी राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बनाया जाएगा. सभी पार्टियों के प्रवक्ताओं के को-आर्डिनेशन की जिम्मेदारी बीजेपी के मीडिया प्रभारी और राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी को दी गई है.
‘डिबेट में मर्यादित और विनम्रता के साथ पेश आए’
एनडीए के प्रवक्ताओं की मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा हुई कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया में विपक्ष का प्रभाव बढ़ा है. ये कहा गया कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद ऐसा हुआ है. ये तय हुआ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरा ही एनडीए की सबसे बड़ी ताकत है. जबकि विपक्ष में उनके मुकाबले कोई चेहरा नहीं है. विपक्ष की इस कमजोरी को फोकस किया जाएगा. I.N.D.I.A गठबंधन के घटक दलों के आपसी मतभेदों का जम कर प्रचार प्रसार किया जाएगा.
प्रवक्ताओं से कहा गया कि वे सोशल मीडिया में मोदी सरकार के कामकाज का जमकर प्रचार-प्रसार करें. भ्रष्टाचार और परिवारवाद के बहाने विपक्ष पर हमला और तेज करने पर फैसला हुआ. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए के प्रवक्ताओं के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि डिबेट में सब अपनी बात मर्यादित और विनम्रता से रखें. कहीं से ये मैसेज नहीं जाना चाहिए कि सत्ता के कारण अभिमान आ गया है. बैठक में देशभर से एनडीए के 62 प्रवक्ता मौजूद रहे.