महादेव ऐप मामले में चल रही जांच के संबंध में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों पर प्रभावी कार्रवाई की है. 18 आरोपियों पर उत्तर प्रदेश गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों की संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा. सेक्टर 39 थाने में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट की जांच कर रहा है.
नोएडा पुलिस ने 7 फरवरी को सेक्टर 108 में मौजूद कोठी से आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की जांच में 5 करोड़ 90 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है. हर महीने 250 से 300 करोड़ का सट्टा खिलाने के संकेत मिले हैं. रोजाना करीब 5 करोड़ रुपए का सट्टा खिलाने का अंदेशा है.
ईडी ने ऐप को बैन कर दिया है. नोएडा पुलिस ने भी ऐप को बैन करने की सिफारिश की थी. पुलिस ने तरुण लखेरा, राहुल, अभिषेक, आकाश साहू, हिमांशु, अनुराग वर्मा, विवेक, दीपक, विशाल शर्मा, अभी रावत, दिव्य प्रकाश, हर्षित, आकाश, तिवारी, नीरज, आकाश जोशी और दीपक को गिरफ्तार किया था. अभी कई लोग पुलिस की राडार पर हैं. नोएडा पुलिस जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने वाली है.
सीएम भूपेश बघेल पर लगे 508 करोड़ लेने के आरोप
चुनाव प्रचार के दौरान महादेव घोटाला एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनकर उभरा है, जिसमें दोनों प्रमुख दल एक-दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. ईडी के मुताबिक, चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, 450 करोड़ रुपए से ज्यादा की अपराध की कमाई जब्त की गई है. ईडी ने सुभम सोनी के खिलाफ भी जांच शुरू की है, जिन्हें खुद को ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर के रूप में पहचाना गया है और हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए देने का दावा किया