देश ही नहीं दुनिया की भी है नजर, आज शाम 6:04 बजे चांद पर इतिहास रचेगा भारत

आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग होनी है. इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी हैं. चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में पूजा-पाठ और दुआओं का दौर जारी है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़ेंगे. चंद्रयान 3 से जुड़े हर बड़े, अहम और ताजा अपडेट के लिए आप यहां बने रहें.

14 दिन तक जुटाई जाएगी जानकारी
चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास सूरज की रोशनी में तापमान बढ़ना शुरू होता है तो 100 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. वहीं रात के अंधेरे में जब गिरना शुरू होता है तो तापमान माइनस 200 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. आज जब भारत में शाम हो रही होगी, तब वहां 14 दिन बाद सूर्योदय होगा. इसका मतलब कि अगले 14 दिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उजाला रहेगा. इसी दौरान प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की ज्यादा से ज्यादा जानकारियां जुटाने में लग रहेगा.

चंद्रयान 3 पर 615 करोड़ रुपए खर्च
चंद्रयान-3 मिशन पर 615 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इस मिशन का मकसद दक्षिणी ध्रुव पर पानी, खनिज धातुओं के भंडार और जीवन की संभावनाओं की तलाश करना है.

नेहरु तारामंडल में चंद्रयान 2 की स्पेशल स्क्रीनिं
नेहरु तारामंडल में चंद्रयान 2 की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई है. चंद्रयान 2 अगर फेल न होता तो कैसे लैंड करता और भारत कैसे कीर्तिमान स्थापित करता, इसे मूवी के जरिए दिखाया जा रहा है. ये 24 मिनट की मूवी है.


हम बहुत बेहतर करेंगे: इसरो के पूर्व डायरेक्टर
ISRO के पूर्व डायरेक्टर डॉ. सुरेंद्र पाल ने कहा है कि मुझे इसरो के वैज्ञानिकों की तरह ही विश्वास है कि हम बहुत बेहतर करेंगे. चंद्रयान 2 की तुलना में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. बहुत सारे एल्गोरिदम बदले गए हैं. लैंडर में घूमने की क्षमता है. लैंडिंग क्षेत्र को 2.5 किमी से बढ़ाकर 4 किमी कर दिया गया है.

भारत समेत दुनिया के लिए आज का दिन बहुत खास है. भारत का मिशन मून सफल होता है तो ये दिन बेहद ऐतिहासिक हो जाएगा. चंद्रयान-3 का लैंडर आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर लैंड करेगा. इसरो का कहना है कि चंद्रयान की लैंडिंग की सभी प्रकियाएं पूरी हो गई हैं और वो पूरी तरह से तैयार हैं. देशभर में सफल सॉफ्ट लैंडिंग के लिए पूजा-पाठ हो रही है. लैंडिंग में 15 से 19 मिनट लगेंगे. सबसे बड़ी बात है कि अगर आज चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होती है और मिशन सफल होता है तो भारत चांद के साउथ पोल पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा. इस बीच इसरो की तरफ से कहा गया है कि चांद पर उतरने से 2 घंटे पहले वैज्ञानिक इस बात पर गौर करेंगे कि तय समय पर लैंड करना उचित है या नहीं. अगर इसमें किसी प्रकार की कोई बाधा नजर आती है तो फिर लैंडिंग 27 अगस्त को कराई जाएगी

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