दिल्ली: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू हो चुका है। राम मंदिर में लगने वाली अष्टधातु से बनी घंटी की लंबाई 6 फीट और चौड़ाई 5 फीट है। राम मंदिर में लगने वाले घंटी की आवाज 15 किलोमीटर दूर से सुनी जा सकेगी। राम मंदिर में लगने वाली ये खास घंटी 21 क्विंटल वजन की होगी। राम मंदिर में लगने वाले घंटे को बनाने में सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारा धातुओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मीडिया में चली एक खबर के मुताबिक दाऊ दयाल (50) इस अष्टधातु के घंटे को बनाने में लगे हैं। वहीं, इकबाल मिस्त्री (56) के पास इसकी डिजाइनिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग का जिम्मा है। 2100 किलो वजनी विशाल घंटे का निर्माण एटा जिले के जालेसर निवासी मुस्लिम कारीगर इकबाल ने किया है। इसे जालेसर नगर पालिका के अध्यक्ष विकास मित्तल के कारखाने में बनाया गया है। इसे हिंदू-मुस्लिम समुदाय की एकता से जोड़कर देखा जा रहा है। इस घंटे को बनाने में करीब 10 से 12 लाख रुपये खर्च हुए हैं।
विकास मित्तल के भाई आदित्य मित्तल ने बताया कि हमारा मानना है कि कोई दिव्य कारण ही होगा, जिसकी वजह से यह काम हमें मिला। इसलिए हमने इसे मंदिर को दान करने का फैसला किया। इसमें 21 लाख रुपए का खर्च आया। इससे पहले मित्तल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 51 किलो का घंटा भेंट किया था, जब वह जनसभा के लिए पहली बार एटा आए थे। मित्तल को निर्मोही अखाड़े की ओर से इसे बनाने का ऑर्डर दिया गया था। अखाड़े की ओर से पिछले साल नवंबर में आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद इसका ऑर्डर दिया गया था।