बांग्लादेश में काफी समय से हिंसा का माहौल बना हुआ है, जिसको देखते ही हसीना शेख की सरकार का तख्तापलट हो गया है. बांग्लादेश में हो रही हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं, जिससे वहां के भयानक मंजर का अंदाजा लगाया जा सकता है. इसी बीच इस मुद्दे पर केंद्र सरकार भी बैठक कर रही है.
बांग्लादेश में आए संकट के दौरान प्रदर्शनकारियों ने देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर भी हमला किया है, उनके घरों में आग लगा दी गई. इस स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है. अयोध्या में महंत रामचंद्र दास की मूर्ति अनावरण करने के दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज भारत के तमाम पड़ोसी जल रहे हैं, मंदिर तोड़े जा रहे हैं, चुन चुन कर के हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है.
एकजुट होकर लड़ने की है जरूरत
सीएम ने कहा कि आप दुनिया की तस्वीर वर्तमान में देख रहे होंगे और तब भी हम इतिहास के उन परतों को ढूंढने का प्रयास नहीं कर रहे हैं कि इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति क्यों वहां क्यों पैदा हुई है? जो समाज इतिहास की गलतियों से सबक नहीं सीखता है, उसका उज्जवल भविष्य पर भी ग्रहण लगता है. सभी के साथ होने पर सीएम ने कहा कि सनातन दरों पर आने वाले संकट के लिए फिर से एकजुट होकर के कार्य करने और एकजुट होकर के लड़ने की आवश्यकता है.
तोड़े गए कई हिंदू मंदिर, लगाई गई आग
उन्होंने राम मंदिर की बात याद दिलाते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण यह केवल मंजिल नहीं है, यह एक पड़ाव है और इस पड़ाव के आगे भी निरंतरता देनी है, क्योंकि सनातन धर्म की मजबूती इन सब अभियानों को एक नई गति देता. बांग्लादेश में हो रही हिंसा उस वक्त ज्यादा भड़क गई जब शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद से ही प्रदर्शन कर रहे लोगों ने और भी ज्यादा उत्पात मचाया.
बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 6 अगस्त को संसद में कहा था कि बांग्लादेश में अनुमानित भारतीय नागरिकों की संख्या 19,000 हैं, जिनमें से करीब 9 हजार छात्र हैं. उन्होंने देश को यह सुनिश्चित किया कि सरकार ढाका में भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में बनी हुई.