कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी इन दिनों केरल के मल्लापरम जिले के कोल्लीकोट में उपचार करा रहे हैं. दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल के घुटने में चोट उभर आई थी. वह अपनी चोट का इलाज पद्मश्री पुरस्कार पाने वाले आयुर्वेदाचार्य पी के वारियर से करवा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, इसी के चलते कांग्रेस कार्यसमिति और कांग्रेस कमेटी का गठन अधर में है क्योंकि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया और राहुल से सलाह मशविरे के बाद ही फैसला करना चाहती है.
दरअसल, राहुल गांधी कॉलेज के दिनों से फुटबॉल के शौकीन रहे हैं, लेकिन कॉलेज के वक्त फुटबाल खेलते समय उनके घुटने में गम्भीर चोट लग गई थी, जिसके बाद उनको फुटबाल खेलना छोड़ना पड़ा. इलाज के बावजूद कभी- कभार ये चोट उभर आती है. कुछ ऐसा ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुआ था, जिसके बारे में यात्रा के खत्म होने पर राहुल ने बताया था.
उन्होंने कहा था कि यात्रा शुरू करने के बाद कुछ दिन में ही उनकी पुरानी चोट परेशान करने लगी, तब एक बच्ची उनसे मिली और उसने कहा कि मैं आपके साथ यात्रा में चलूं. राहुल के मुताबिक, उस बच्ची से राहुल गांधी को प्रेरणा मिली और उन्होंने सोचा कि जब तक चल सकता हूं तब तक चलूंगा. आखिर में 4 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी हो गई.
संसद की सदस्यता बहाली के लिए जा चुके हैं राहुल गांधी
यात्रा के बाद INDIA के गठन के साथ राहुल को मशहूर आयुर्वेदाचार्य के पास जाकर इलाज कराने का मौका मिला, तो वे चले गए, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. वैसे राहुल उसी केरल में हैं, जहां के वायनाड से सांसद थे. अब संसद चल भी रही है तो राहुल की सदस्यता जा चुकी है इसलिए उनको समय भी मिल गया. हालांकि सदस्यता की बहाली के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है. वहीं, राहुल गांधी मणिपुर मसले को लेकर सरकार के ऊपर हमलावर हैं. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री को मणिपुर से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने अभी तक एक शब्द नहीं बोला है. वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जलाया है.