आपने क्यों नहीं कराई जातीय जनगणना? मायावती ने राहुल गांधी पर बोला हमला, कहा- दोगली सोच से सतर्क

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरक्षण और जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. मायावती ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि आप इतने सालों तक सत्ता में रहे, तब आपने जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई जो अब इसकी बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीएसपी इसके हमेशा ही पक्षधर रही है, क्योंकि इसका होना कमजोर वर्गों के हित में बहुत जरूरी है.

राहुल गांधी ने कल यानी शनिवार को प्रयागराज में हुए संविधान सम्मान सम्मेलन में कहा था कि पीएम मोदी को जनता की बात सुनकर जातिगत जनगणना करवानी ही होगी. अगर वह खुद नहीं करेंगे तो अगले प्रधानमंत्री को करते हुए देखेंगे. जातिगत जनगणना कराने के साथ-साथ उन्होंने ये भी कहा था कि 50 प्रतिशत आरक्षण का बैरियर तोड़ेंगे. राहुल ने कहा कि किसानों, मजदूरों, दलितों और पिछड़ों की बात कोई नहीं करता. मैं इन सबकी बात करता हूं.

बाबा साहेब के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे
राहुल गांधी के इसी बयान पर मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को बाबा साहेब के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे, जिसने संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहेब को उनके जीते-जी और निधन के बाद भी भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया. उनके मूवमेन्ट को गति देने वाले कांशीराम जी के निधन पर कांग्रेस ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी नहीं घोषित किया.

‘दोगली सोच-चाल और चरित्र से सजग रहे’
इस दौरान मायावती ने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र में तो कांग्रेस की सरकार थी, बल्कि राज्य में सपा सरकार ने भी राजकीय शोक घोषित नहीं किया. इनकी ऐसी दोगली सोच, चाल, चरित्र से जरूर सजग रहें. बसपी चीफ ने कहा कि सपा और कांग्रेस आरक्षण विरोधी हैं, इनसे गठबंधन नहीं हो सकता. इसके साथ ही बसा चीफ ने बीजेपी पर भी हमला बोला.

सपा और कांग्रेस आरक्षण विरोधी- मायावती
मायावती ने कहा कि संविधान के तहत SC-ST को मिले आरक्षण में अब वर्गीकरण और क्रीमीलेयर के जरिए, इसे निष्प्रभावी बनाने व खत्म करने की चल रही साजिश के विरोध में कांग्रेस, सपा और बीजेपी आदि का भी चुप्पी साधे रखना क्या यही इनका दलित प्रेम है, सचेत रहें. सपा और कांग्रेस आदि जैसी इन आरक्षण विरोधी पार्टियों के साथ अब किसी भी चुनाव में इनसे कोई गठबंधन आदि करना क्या SC, ST और OBC वर्गों के हित में उचित होगा? यह कतई नहीं होगा. ऐसे में अब इनको खुद अपने दम पर खड़े होना है.

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