क्या शरद पवार लेंगे जेड+ सिक्योरिटी? दिल्ली दौरे से बढ़ा सस्पेंस, समीक्षा बैठक में लेंगे हिस्सा

एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी के मुखिया शरद पवार को जेड प्लस सुरक्षा देने के मसले पर दिल्ली में समीक्षा बैठक होने वाली है. गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शरद पवार से मुलाकात करेंगे और सुरक्षा मुद्दों पर उनके साथ विचार-विमर्श करेंगे. इस दौरान शरद पवार भी अतिरिक्त सुरक्षा के मद्देनजर अपनी जरूरतों के बारे में अपना पक्ष रखेंगे. शरद पवार ने पांच दिन पहले नवी मुंबई में एक कार्यक्रम में केंद्र की इस सुरक्षा पर हैरानी जताई थी. उन्होंने जेड प्लस सुरक्षा देने के फैसले पर तंज भी कसा था. उन्होंने कहा था कि वो शायद हमारे बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करना चाहते होंगे इसलिए सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है.

जेड प्लस सुरक्षा को लेकर शरद पवार की ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है. उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाये जाने पर जिस तरह से टिप्पणी की, उससे ये सवाल उठने लगा है कि क्या वो सुरक्षा लेंगे या नहीं? दिल्ली में होने वाली बैठक में वो अपनी दो टूक राय रख सकते हैं. केंद्र सरकार ने शरद पवार के साथ-साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया था.

आईबी अलर्ट से बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
हालांकि शरद पवार ने अभी तक केंद्र की जेड प्लस सुरक्षा नहीं ली है और ना ही लौटाया है. दिल्ली रवाना होने से पहले भी शरद पवार को महाराष्ट्र पुलिस की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. जानकारी के मुताबिक आईबी की रिपोर्ट के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई थी. आईबी ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, संघ प्रमुख मोहन भागवत और शरद पवार को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला लिया. इस संबंध में 16 अगस्त को निर्देश जारी किये गये थे. संघ प्रमुख मोहन भागवत को सुरक्षा मुहैया करा दी गई है.

शरद पवार ने केंद्र पर लगाया जासूसी का आरोप
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शरद पवार जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक, पवार की सुरक्षा में 55 सशस्त्र सीआरपीएफ जवानों की एक टुकड़ी तैनात की जाएगी. केंद्र सरकार ने यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव और पवार को मिली धमकी के बाद उठाया है. लेकिन नवी मुंबई में संभाजी ब्रिगेड के कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस सुरक्षा पर सवाल उठाया था. उन्होंने सुरक्षा के नाम पर केंद्र पर उनकी जासूसी का आरोप लगाया था. अब शरद पवार सुरक्षा स्वीकार करते हैं या नहीं. इस पर सबकी नजर रहेगी.

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