तेलंगाना में लू ‘आपदा’ घोषित, मृतकों के परिजनों को मिलेगी 4 लाख रुपये की मदद

झुलसाने वाली गर्मी से सिर्फ उत्तर भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत के कई राज्य भी परेशान हैं. तेलंगाना भी भीषण गर्मी से त्रस्त रहा है. अपने यहां भीषण गर्मी की आशंका को देखते हुए तेलंगाना सरकार ने एक आदेश जारी कर लू को “राज्य विशेष आपदा” घोषित कर दिया है. राज्य सरकार के इस कदम का मकसद पीड़ित लोगों के परिवारों को राहत प्रदान करना है.

राज्य में लू को आपदा घोषित करने वाला तेलंगाना संभवतः देश का पहला राज्य है. सरकार की ओर से जारी आदेश के तहत, लू की वजह से मरने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी. मंगलवार को जारी आदेश में यह भी कहा गया है, “राज्य सरकार ने सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पीड़ित लोगों के परिवारों को राहत दिए जाने के मकसद से लू को ‘राज्य विशेष आपदा’ घोषित करने का फैसला लिया है.”

लू बना एक ‘छिपा खतरा’
आदेश में आगे कहा गया, “लू एक ‘छिपा हुआ खतरा’ बना हुआ है, जिसके असर को मापने और मूल्यांकन में चुनौतियों की वजह से कम पहचान हो पाती है. इसमें कहा गया है कि खास तौर से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत आबादी के कमजोर वर्गों में लू के कारण होने वाली मौतों और इसके गंभीर असर की कम रिपोर्टिंग हो सकी है.

गर्म मौसम, लू के दिनों की संख्या बढ़ने का अलर्ट
सरकारी आदेश में यह आगे कहा गया है कि तेलंगाना में यह देखा गया है कि राज्य के 5 जिलों को छोड़कर, शेष सभी 28 जिलों में कम से कम 15 दिनों तक लू की स्थिति का अनुभव हुआ है. हालांकि विशिष्ट अनुग्रह राशि के तय नहीं होने की वजह से राज्य अब तक लू के कारण मरने वालों के परिवारों को आपातबंधु योजना के तहत 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान कर रहा था. सरकारी आदेश में कहा गया है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सूचित किया है कि इस साल अप्रैल से जून के दौरान, तेलंगाना समेत कुछ राज्यों में गर्म मौसम और लू के दिनों की संख्या सामान्य से अधिक होने की चेतावनी दी है.

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