फरीदाबाद-पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा शहर में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दिए गए दिशा निर्देश के अंतर्गत फरीदाबाद पुलिस के द्वारा लगातार साइबर जागरुकता कार्यक्रम कर लोगों को जागरूक तो किया ही जा रहा है, साथ ही साइबर ठगों पर प्रहार करते हुए उनको गिरफ्तार किया जा रहा है, इसी क्रम में साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने साइबर फ्रॉड के मामले में एक आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी विकास कुमार(28) गाँव बीबीपुर छोटा जिला सीकर राजस्थान का रहने वाला है। आरोपी को थाना सेंट्रल में साइबर फ्रॉड के दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया है।
सेक्टर-37 निवासी एक व्यक्ति ने अपने शिकायत में बतलाया कि 7 जनवरी 2024 को उसके फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। जिसने स्वंय को Fedex का कर्मचारी बतलाया और कहा कि शिकायतकर्ता के आधार कार्ड पर ताइवान के लिये एक कोरियर भेजा गया है। जिसमें 200 ग्राम MDMA एक नशीला पदार्थ था अगर यह पार्सल शिकायतकर्ता का नहीं है तो वह क्राइम ब्रांच मुम्बई जाकर इसकी रिपोर्ट करे । यदि शिकायतकर्ता मुम्बई नही जा सकता तो वह शिकायतकर्ता की कॉल पर क्राइम ब्रांच मुम्बई से बात करवा सकता है। जिसने कांफ्रेंस कॉल के माध्यम से क्राइम ब्रांच मुम्बई के कथित सब-इंस्पेक्टर से बात करवाई और सब इंस्पेक्टर ने कहा कि शिकायतकर्ता क्राइम ब्रांच मुम्बई में नही आ सकता तो शिकायतकर्ता की उच्च अधिकारी से बात करवा देते हैं और कहा की उच्च अधिकारी ऑफिस में नहीं है, शिकायतकर्ता की कल बात कराऊंगा। ठगों का 8 जनवरी फिर से फोन आया स्वंय को बलसिंह नाम का व्यक्ति बताते हुए अपने आपको क्राइम ब्रांच का D.C.P बतलाया और कहां कि वह केस में नजर बनाए हुए हैं। ठग ने व्हाट्सएप के माध्यम से पुलिस अधिकारी के आई.डी कार्ड व कुछ पुलिस से संम्बन्धित कागजात भेजे और कहा कि अपने बैक खातों की पूरी डिटेल उन्हें भेजे ताकि जाँच की जा सके कि किसी ड्रग्स बेचने वाले गिरोह से बैक खाते में रुपये तो नही भेजे गये है। इस प्रकार शिकायतकर्ता के साथ 31,76,246/- रुपये धोखाधड़ी कर ली गई। जिस पर साइबर थाना सेंट्रल में मुकदमा दर्ज किया गया।
साइबर पुलिस टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी विकास कुमार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी विकास ठगी के पैसों को USDT में ट्रांसफर करवाता था और प्रत्येक USDT पर ₹6 का कमीशन लेता था। आरोपी को मामले में पूछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
मामले में दो आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमें परमवीर और ब्रिजेश का नाम शामिल है।