ESI डिस्पेंसरी में मुफ्त मिलने वाली दवाओं को बेचने के गोरख धंधे में डॉक्टर व फार्मासिस्ट समेत 5 गिरफ्तार

Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ईएसआई डिस्पेंसरी के डॉक्टर समेत पांच लोगों को महंगी दवाइयों की हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम डॉ अविनाश सैनी, चंद्रप्काश(फार्मासिस्ट),अंकित मिश्रा(फार्मासिस्ट), प्रवीण मंगला और सुमेश राठी हैं. प्रवीण मंगला और सुमेश राठी डिस्पेंसरी की दवाएं खरीदते थे. डिस्पेंसरी में दवाएं मरीजो को मुफ्त में दी जाती हैं, जबकि डॉ अविनाश व दोनों फार्मासिस्ट इन दवाओं को बेच देते थे. ये सभी दवाएं लाइफ सेविंग ड्रग्स होती थीं, जो काफी महंगी होती हैं. अविनाश और चंद्र प्रकाश ओखला स्थित डिस्पेंसरी में कार्यरत थे, जबकि अंकित मिश्रा तिगड़ी स्थित डिस्पेंसरी में.

क्या है मामला

क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग ईएसआई डिस्पेंसरी की दवा मार्केट में बेंच रहे हैं. सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर नरेश सोलंकी की टीम ने बदरपुर इलाके से दो लोगों को दवा की खरीद फरोख्त करते गिरफ्तार किया. जिनकी पहचान चंद्र प्रकाश व प्रवीन मंगला के रूप में की गई. इनके पास से लाखों रुपये की दवाईयां मिली. जिन पर ईएसआई की मोहर लगी थी और नॉट फ़ॉर सेल लिखा था. सभी दवाईयां ईएसआई कार्ड धारकों को जारी की गई थीं.

सिर्फ पर्चे पर होते थे मरीज, असलियत में नहीं

पुलिस ने जब पूछताछ की तो चंद्रप्रकाश ने खुलासा किया कि वह ओखला स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में फार्मासिस्ट है. उसने बताया कि उसके साथ डॉक्टर अविनाश सैनी भी इस गोरखधंधे में मिला हुआ है. ये लोग मरीजों का पर्चा तैयार करते थे और उस पर लाइफ सेविंग ड्रग्स का प्रिसक्रिप्शन लिख देते थे. जबकि हकीकत में डिस्पेंसरी में उन दवाओं से जुड़े हुए कोई मरीज आते ही नहीं थी. ऐसा इसलिए किया जाता था कि इन पर्चों के आधार पर दवा जारी करवाई जा सके और फिर उन दवाओं को ये लोग दो नंबर में बेच देते थे . इतना ही नहीं कई मरीज जो डिस्पेंसरी में इलाज के लिए आते थे, उनके पर्चे पर भी लाइफ सेविंग ड्रग्स लिख दी जाती, जबकि मरीजों को उन दवाओं की जरूरत भी नहीं होती थी. ऐसे मरीजों के पर्चे पर खास निशान लगा दिया जाता था, जिससे मरीजों को उनकी जरूरत की दवा ही दी जाती थीं, लाइफ सेविंग ड्रग्स उन्हें न देने की बजाए बेच दी जाती थीं. पुलिस ने पूछताछ के आधार पर डॉक्टर अविनाश, सुमेश राठी व अंकित मिश्रा को भी गिरफ्तार कर लिया. अविनाश ने कर्नाटक से एमबीबीएस किया हुआ है.

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