हरिद्वार जिले के लक्सर के रायसी इलाके में बाणगंगा में तलाब किनारे फूल तोड़ने गई एक आठ साल की बच्ची पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया. मगरमच्छ बच्ची को अपने जबड़े में दबाकर गहरे पानी में खींचकर ले गया. सूचना मिलते ही रायसी चौकी पुलिस और वन विभाग ने ग्रामीणों के साथ कई घंटों की मशक्कत के बाद तालाब से बच्ची का शव बरामद किया.
जानकारी के मुताबिक बच्ची अपनी दादी के साथ खेत में घास काटने गई थी. इसी बीच वह तालाब के पानी में घुसकर फूल तोड़ने लगी. इस बीच मगरमच्छ ने बच्ची पर हमला किया और उसे नीचे पानी में खींचकर ले गया. बच्ची की चीख पुकार सुनकर दादी और आसपास घस काट रहे लोग शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे. इस दौरान पुलिस और वन विभाग को इस दर्दनाक हादसे की सूचना दी.
सबने मिलकर बच्ची के शव को ढूंढने की कोशिश शुरू कर दी. कई घंटों की मशक्कत के बाद तालाब से बच्ची का शव बरामद किया. बच्ची का शव देखकर परिजन फूट-फूटकर रोने लेगे. बच्ची के हाथ पर मगरमच्छ के दांतों के गहरे घाव दिखे. इस घटना के बाद गांव में दहशत का महौल है. यह पहला मौका है जब मगरमच्छ के हमले में किसी की जान गई. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग से मगरमच्चों से निजात दिलाने की कई बार गुजारिश की गई लेकिन उनकी एक न सुनी गई.
वहीं वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों के आरोपों से इनकार किया है. उनका कहना है कि बरसात के दिनों में गंगा और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ने पर मगरमच्छ पानी में बहकर आबादी क्षेत्र तक तालाबों मे पहुंच जाते हैं. पानी उतरने पर वह वहीं रह जाते हैं. मगरमच्छ के अलावा किसी अन्य वन्यजीव के आबादी क्षेत्र में आने की सूचना पर तत्काल कार्रवाई की जाती है.