नई दिल्ली/पटना: राष्ट्रीय जनता दल की सिल्वर जुबली पर लालू यादव ने कहा कि आरजेडी के गठन से अब तक हम संघर्ष कर रहे हैं. मुझे याद है कि हेगड़े जी ने हमें राष्ट्रीय जनता दल नाम सुझाया था. हमने मंडल कमीशन लागू करने के लिए आंदोलन किया था. उन्होंने आगे कहा कि 2020 के चुनाव में वह बाहर नहीं आ पाए. चुनाव प्रचार में न आने का मलाल है. तेजस्वी ने कहा था कि चिंता न करें. हमारी सरकार के दौरान समाज के वंचित लोगों को ताकत मिली. हम आज तक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा कर रहे हैं.
5 प्रधानमंत्रियों को बनाने में सहयोग दिया
लालू ने आगे कहा कि राष्ट्रीय जनता दल का भविष्य बहुत उज्ज्वल है. याद होगा लोगों को हमने 5 प्रधानमंत्रियों को बनाने में सहयोग दिया. फिलहाल विस्तार से पूरी बात नहीं कह सकता. नीतीश कुमार उस समय बहुत व्याकुल थे. हमारे साथ जनता की ताकत है. बिना ताकत के बात नहीं कर रहे हैं. झारखंड तक हमने राज किया है.
कोरोना से बढ़कर महंगाई और बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ी
वे आगे बोले – कोरोना से बढ़कर महंगाई और बेरोजगारी लोगों की कमर तोड़ रही है. औने-पौने दामों में देश की सरकारी संस्थाओं को बेचा जा रहा है. इतनी महंगाई में कैसे चलेगा. हमारे समय में ऐसा होता तो लोग चलना दुभर कर देते . कहा था 10 करोड़ नौजवानों को नौकरी देंगे.भारत को बेहतर बनाएंगे. नोटबंदी और जीएसटी से लोगों पर मार मारी गई है. देश हजारों वर्ष पीछे चला गया. सबके मुंह पर मास्क लग गया है, लोग घरों में बंद है, किसी से मिल नहीं सकते. देश में कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं, गिनती नहीं की जा सकती. बिहार में कोरोना से चिकित्सा की कमी के चलते बहुत मौतें हुई हैं. सिर्फ गांव ही नहीं पटना में भी हालात बुरे थे. किसी चीज का प्रबंध नहीं था. हमारा देश पीछे धकेल दिया गया है. इसकी पूर्ति करना साधारण बात नहीं है. देश में बहुत बड़ा आर्थिक संकट है.
अयोध्या के बाद मथुरा, ये क्या है, सत्ता के लिए देश को बर्बाद करना चाहते हैं
लालू ने बिना नाम लिए केंद्र को भी घेरा. दूसरी तरफ सामाजिक तानाबाना को खंडित किया जा रहा है. नारे लग रहे हैं अयोध्या के बाद मथुरा. ये क्या है. क्या चाहते हैं इस देश में. सत्ता के लिए लोगों को बर्बाद करना चाहते हैं. हम मिट जाएंगे, लेकिन टूटने वाले नहीं. वो गरीब लोगों का राज था, इसलिए ये लोग जंगलराज कहते थे. बिहार में रोज 4-5 मर्डर होते हैं. सरकार को चिंता नहीं है.
तेजस्वी और राबड़ी ना लाते तो हम वहीं मर जाते
लालू यादव ने कहा कि खुशी है कि गांव गांव तक आरजेडी के संदेश को पहुंचाया जा रहा है. लोगों को विश्वास है कि इस दल से ही तमाम समस्याओं से निजात पाएंगे. अपनी तबीयत के बारे में उन्होंने कहा कि हम बीमार हैं. तेजस्वी और हमारी पत्नी राबड़ी नहीं होतीं तो हम रांची में ही मर जाते. वो ट्रेन से हमें उठाकर लाए. एम्स में हमारा इलाज चल रहा है. खाने-पीने में परहेज करना है. पानी भी कम पीना है. हम बिहार आएंगे. आप धैर्य रखें. धैर्यू टूटने मत दीजिए.
लालू ने इस दौरान अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के भाषण की तारीफ भी की. साथ ही तेजस्वी यादव के लिए कहा कि इतनी कम उम्र में इतनी सीटें लेना, इतने दौरे करना और इतनी मेहनत से ये स्थान प्राप्त करना हमें इतनी उम्मीद नहीं थी. आप लोगों की ताकत से ही ये संभव हुआ है. ऐसे स्थापना दिवस हम भी नहीं मना पाए, जितनी धूमधाम से आज मनाया गया.