भुवनेश्वर: ओडिशा में खुर्दा जिले के बानापुर में बीजू जनता दल (BJD) के निलंबित विधायक प्रशांत जगदेव के वाहन की कथित टक्कर से शनिवार को 10 पुलिसकर्मियों और दो पत्रकारों सहित कम से कम 22 लोग घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि घटना के बाद भीड़ की हाथापाई में चिल्का के विधायक जगदेव भी गंभीर रूप से घायल हो गए. जगदेव के वाहन ने ब्लॉक अध्यक्ष के चुनाव के दौरान बीडीओ बानापुर के कार्यालय के बाहर जमा भीड़ को कथित तौर पर टक्कर मार दी.
सेंट्रल रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) नरसिंह भोल ने बताया कि विधायक के खिलाफ बानापुर टाउन थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इनमें हत्या के प्रयास, अधिकारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने और लोगों को गंभीर चोट पहुंचाने की धाराएं लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि जगदेव अब पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा.
खुर्दा जिले के पुलिस अधीक्षक अलेख चंद्र पाही ने बताया कि विधायक का पहले एक स्थानीय अस्पताल में उपचार किया गया और बाद में उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भुवनेश्वर भेज दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि घटना में दो लोग, बानापुर थाना प्रभारी आर आर साहू और एक स्थानीय महिला गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें भी इलाज के लिए एम्स, भुवनेश्वर ले जाया गया. घटना में जो पत्रकार घायल हुए वे मौके पर मौजूद थे. आईजी ने कहा कि विधायक द्वारा कथित रूप से लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले की जांच डीएसपी रैंक का एक अधिकारी करेगा.
शनिवार की घटना विधायक से जुड़ी कोई पहली घटना नहीं है. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दलित नेता पर हमला करने के आरोप में उन्हें पिछले साल सत्तारूढ़ दल से निलंबित कर दिया गया था. जगदेव पर 2016 में मनमुंडा में बीजेपीकार्यकर्ताओं पर हमला करने और 2018 में बोलगढ़ तहसीलदार पर हमला करने तथा 2020 में चिल्का विकास प्राधिकरण के एक कर्मचारी पर हमला करने का भी आरोप लगाया गया था.
बीजेपी ने आरोप लगाया कि जगदेव को सितंबर 2021 में बीजद से निलंबित कर दिया गया था, लेकिन उन्हें अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में देखा जाता था. बीजद ने चिल्का विधायक से दूरी बना ली और उनकी कार्रवाई को ‘‘भयानक” करार दिया. बीजद प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा, ‘‘बीजू जनता दल बानापुर में विधायक जगदेव के इस बर्बर कृत्य की कड़ी निंदा करता है. लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और इस तरह का कृत्य चौंकाने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण है.” उन्होंने कहा कि बीजद चाहता है कि पुलिस और प्रशासन आरोपी के खिलाफ कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई करे.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी घटना की कड़ी निंदा की. कांग्रेस नेता सुरेश राउतरे ने कहा कि बानापुर की घटना ‘‘लखीमपुर खीरी घटना की पुनरावृत्ति है.” पिछले साल अक्टूबर में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी.