चंडीगढ़: पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की रविवार को हत्या के बाद उनकी सुरक्षा कम किए जाने को लेकर राज्य में विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधा और कांग्रेस ने इस घटना को ‘‘राजनीतिक हत्या” करार दिया. कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पंजाबी गायक की ‘‘बर्बर हत्या” की निंदा करते हुए कहा कि यह एक राजनीतिक हत्या है जिसे एक सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया.
उन्होंने इस हत्या के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘‘मैं अपने सहकर्मी और पार्टी के उभरते सितारे को खोने से बहुत दुखी और स्तब्ध हूं, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.” वडिंग ने ट्वीट किया, ”भगवंत मान सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लेने के दो दिन बाद ही उन्हें (मूसेवाला को) मानसा में गोलियों से भून दिया गया. पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने (सत्ता में बने रहने का) नैतिक अधिकार खो दिया है. इसे बर्खास्त किया जाना चाहिए.”
वडिंग ने कहा कि मूसेवाला के पिता ने रविवार सुबह उनसे बात की थी और कहा था कि उनके बेटे के पास सिर्फ दो सुरक्षाकर्मी रह गए हैं. उन्होंने दावा किया कि मूसेवाला अपने दो सुरक्षाकर्मियों को अपने साथ नहीं ले जा पाए क्योंकि वे थके हुए थे और आराम करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान गायक को आठ सुरक्षाकर्मी दिए गए थे.
भारतीय जनता पार्टी के महासचिव तरुण चुग ने कहा कि आप सरकार के सुरक्षा वापस लेने के कुछ घंटों के भीतर मूसेवाला की हत्या ने एक बार फिर दिखा दिया कि पंजाब में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति ‘‘पूरी तरह ढह” गयी है. चुग ने कहा कि भगवंत मान सरकार को ‘‘पंजाब पुलिस का राजनीतक इस्तेमाल के लिए अपने मार्गदर्शक अरविंद केजरवील की मदद करना” तुरंत बंद कर देना चाहिए.
घटना पर हैरानी जताते हुए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह घटना दिखाती है कि ‘‘पंजाब में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह ढह गयी है.” कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सत्तारूढ़ आप से ‘‘सोशल मीडिया पर सस्ता प्रचार पाने के लिए लोगों की सुरक्षा से छेड़छाड़ करना बंद करने के लिए कहा.”