पहले तो लड़कियां सिर्फ रात के अंधेरे में निकल बाहर निकलने से डरती थी।लेकिन अब लगता है, कि दिन में भी निकलने से डरने लगी है। मवई गांव से एक मामला सामने आया है। दो लड़की करीब 12:00 बजे बर्फ लेने के लिए घर से बाहर निकलती है। मनचले लड़के लड़की का नंबर मांगते हैं। जब वह नंबर देने से मना करती है, तब उसके साथ मारपीट की जाती है, यहां तक की पत्थरों से प्रहार किया जाता है।
जब इस बारे में लड़कियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले वह लड़के सिर्फ देखते थे। लेकिन आज जब हम घर से बाहर बर्फ लेने के लिए निकले तो उन्होंने में बीच रास्ते में रोककर हमसे नंबर मांगा। जब हमने मना किया तो दो से तीन लड़के और बुलवाकर हमारे साथ मार पिटाई की गई। हमारे ऊपर पत्थर भी मारे गए, हमें इस कदर पीटा गया कि हम से चला भी नहीं जा रहा था। हमें काफी गंभीर चोटें भी आई हैं।
यहां तक कि उन्होंने अपनी बहन को बुलाया और मेरी छोटी बहन के ऊपर बैठा कर उसे जमकर पीटा। हमने मदद के लिए पुकार लगाई, लेकिन कोई भी हमारी मदद करने के लिए सामने नहीं आया। मैं मेरी दो बहने और एक छोटा भाई घर में अकेली थे, मेरी मम्मी बिहार गई हुई थी। इस बात का उस लड़के ने फायदा उठाया और मुझे बीच रास्ते में घेर लिया। किसी ने मेरे घर जाकर मेरी बहन को बताया जोकि बीमार थी। जब वह बाहर आए तब उसने हम दोनों को बचाने की कोशिश की, लेकिन उसे भी पीटा गया।
लड़की ने बताया कि जब मैंने अपने बचाव में उन्हें कुछ कहा उन लड़कों ने मुझे बहुत पीटा और करीबन 60 से 70 लोग वहां थे, लेकिन कोई भी मेरी सहायता करने के लिए सामने नहीं आया सारे ही तमाशबीन बनकर तमाशा देख रहे थे। इस लड़के ने मारा है उसका नाम रिशु है, जो कि मैं वही गांव का ही रहने वाला है और दूध की डेरी चलाता है।
आगे उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद उसने अपने भाई को भी बुला लिया और वह भी हमें मारने लगा। इसके बाद उसकी बहन भी आई और मेरी बहन के ऊपर चल गई और उसे पीटने लगी। खुद का बचाव करना है हम पर भारी पड़ गया। हमने नंबर नहीं दिया तो हमें पीटा गया और किसी ने हमारी मदद तक नहीं करी।
जब हमने लड़कों के खिलाफ खेड़ी पुल थाना में दरखाज़ दी, तो पुलिस प्रशासन द्वारा हम पर समझौते करने का जोर डाला गया। हमने समझौता करने से इनकार किया तो उन्होंने कहा कि तुम लड़कियां हो कहां इधर उधर भटकती फिरोगी। कहां कोर्ट के चक्कर काटती रहोगी और यह कहकर हमसे एक कोरे कागज पर दस्तखत करवा लिए।
पुलिस प्रशासन द्वारा भी हमारी सहायता नहीं की गई। हम चाहते हैं कि इन लड़कों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। ताकि आगे चलकर यह किसी और लड़की के साथ ऐसा ना कर सके। इन्होंने बीच रास्ते में में रोककर हमें साथ छेड़खानी की और हमसे जबरन नंबर मांगने की कोशिश की। इंकार करने पर हमें पीटा भी गया । अगर इन्हें ऐसे ही छोड़ दिया गया तो इनकी हिम्मत और बढ़ेगी और आगे चलकर किसी और के साथ ऐसा ही करेंगे। इसलिए हमारी प्रशासन से दरखास्त है कि इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।