राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ से राहत मिलना शुरू ही हुई थी कि फिर यमुना में बढ़ते जलस्तर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. हथिनी कुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. रविवार को हथिनी कुंड बैराज से तकरीबन 2 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़े जाने के बाद उसका जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है.
पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में रविवार को यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार पहुंच गया. राजधानी में सुबह 9 बजे के करीब यमुना का जलस्तर 205.96 रिकॉर्ड किया गया था. लेकिन, दो घंटे में ही, यानी तकरीबन 11 बजे जलस्तर बढ़कर 206.08 मीटर तक पहुंच गया है. संभावनाएं जताई जा रही हैं कि जलस्तर और बढ़ सकता है.
दिल्ली में फिर बाढ़ का खतरा
यमुना और इससे सटे इलाकों में फिर से संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दिल्ली यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर राजधानी में फिर से बाढ़ आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होती ही जा रही है. इसके पीछे का कारण हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी है. राजधानी में पिछली बार आई बाढ़ हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण ही आई थी.
गाजियाबाद के कई इलाकों में भरा पानी
हिंडन नदी में अचानक से जलस्तर बढ़ने के बाद गाजियाबाद के कई इलाकों में पानी भर गया है.हिंडन के आसपास के कई इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. शहर के निचले इलाकों में तकरीबन 5 से 6 फीट तक का पानी भरने के कारण मकान डूब गए हैं. राहत-बचाव के काम के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और लोगों को निकाल कर रहे हैं.
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक दिल्ली के आस-पास के राज्यों जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश का अनुमान जताया है. विभाग ने इन राज्यों के कई शहरों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. ऐसे में पहाड़ी क्षेत्र में भारी बारिश के बाद यमुना का स्तर और ज्यादा बढ़ने के आसार हैं. दिल्ली में हल्के से मध्यम बारिश अगले चार दिनों में होने का भी अनुमान है.