लखनऊ के केजीएमयू हॉस्टल में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा ने सुसाइड करने की कोशिश की. छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली. साथी छात्रा ने कमरे में यह नजारा देखा तो उसकी चीख निकल गई. छात्रा द्वारा फांसी लगाने की खबर पर हॉस्टल के अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने छात्रा को फंदे से उतारकर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. छात्रा की हालत गंभीर देखते हुए उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. छात्रा ने सुसाइड करने की कोशिश क्यों की इस कारणों की जांच की जा रही है.
केजीएमयू प्रशासन ने बताया कि 28 साल की छात्रा शिल्पी गाजियाबाद के विजयनगर की रहने वाली है. वह एमबीबीएस में प्रथम वर्ष की छात्रा है. 1 महीने पहले ही उसका एडमिशन हुआ है. छात्रा केजीएमयू परिसर स्थित हॉस्टल के 208 नंबर कमरे में रहती है.
खाना खाने के लिए कर दिया था मना
बुधवार दोपहर करीब 1 बजे क्लास खत्म होने के बाद छात्राएं खाना खाने के लिए मेस जाने लगीं. छात्राओं ने शिल्पी से भी खाना खाने के लिए साथ चलने को कहा. शिल्पी ने साथी छात्राओं से भूख न लगने की बात कहकर उनके साथ जाने को मना कर दिया. शिल्पी अपने रूम में चली गई. इसी बीच शिल्पी के पिता ने उसे फोन किया लेकिन कॉल रिसीव नही हुई. पिता ने उसकी रूममेट से शिल्पी से बात कराने को कहा. रूममेट बात कराने के लिए हॉस्टल स्थित रूम में पहुंची. उसने शिल्पी को आवाज लगाई और दरवाजा खटखटाया, लेकिन काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला.
फांसी के फंदे पर लटकी थी छात्रा
रूममेट ने जब रोशनदान से झांक कर देखा तो वह दंग रह गई. शिल्पी दुपट्टे के सहारे पंखे से लटकी हुई थी. यह नजारा देख रूममेट जोर से चिल्लाने लगी. मौके पर और भी छात्राएं इकट्ठा हो गईं. सूचना मिलने पर केजीएमयू के अधिकारी व कर्मचारी भी आ गए. उन्होंने दरवाजा तोड़कर छात्रा को पंखे से उतारा. छात्रा को ट्रामा सेंटर ले जाया गया. छात्रा की हालत नाजुक देखते हुए उसे तुरंत वेंटिलेटर पर रखा गया. उसकी हालत अभी नाजुक बताई जा रही है.