केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी. उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं हुआ है. जब तक पाकिस्तान के इरादे गलत हैं, यह जारी रहेगा. हम उसे करारा जवाब देते रहेंगे. हम देश के नेतृत्व के साथ खड़े हैं, भारतीय सेना के साथ खड़े हैं.’ यह बयान उन्होंने जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान दिया. ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की ओर से चलाया गया एक सैन्य अभियान है, जिसका मकसद आतंकवाद और उनके ठिकानों को तहस नहस करना और उनके आकाओं को सबक सिखाना है. पहलगाम अटैक के बाद सेना की ओर से इस ऑपरेशन को लॉन्च किया गया था. पाकिस्तान पर स्ट्राइक करते हुए सेना ने कई आतंकी ठिकानों को तबाह भी कर दिया था और पड़ोसी मुल्क को सख्त संदेश भी दिया था.
ऐसे हुई थी ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
6-7 मई की रात भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की. इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकाने नेस्तनाबूद किए गए. इसके साथ ही भारतीय सेना ने यह भी सुनिश्चित किया कि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे. इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और 4 सहयोगी भी शामिल थे.
भारतीय सेना का शौर्य प्रदर्शन
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर शानदार कॉर्डिनेशन दिखाया. सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचाया. इसकी राजपूत रेजिमेंट और पंजाब रेजिमेंट ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से पाकिस्तानी बंकरों को तबाह किया. भारतीय वायुसेना ने मुरिदके में आतंकी ठिकाने को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया. भारतीय सेना ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम किया. इस दौरान पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में ड्रोन और मिसाइलों से हमले की कोशिश की थी, लेकिन भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने इन्हें विफल कर दिया.
पाकिस्तान में दहशत का माहौल
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. आतंक के खिलाफ भारत की कार्रवाईयों से डरा पाकिस्तान गिड़गिड़ाते हुए भारत से सीजफायर की बात की. इससे पहले भारत ने पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई का भी मुंहतोड़ जवाब दिया और कई एयर बेस को नुकसान भी पहुंचाया है. भारत की कार्रवाईयों से पूरे पाकिस्तान में दहशत का माहौल अभी तक बना हुआ है.
ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों?
पहलगाम हमले में आतंकियों ने केवल पुरुषों को निशाना बनाया था. जिससे कई महिलाओं के माथे का सिंदूर उजड़ गया था. इसीलिए भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा, जो उन शहीदों की एक निशानी है.
भारत की नीति: जीरो टॉलरेंस
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘हमारी नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है. ऑपरेशन सिंदूर ने इसे और साफ कर दिया है. जो भी भारत पर आंख उठाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस ऑपरेशन की सटीकता की तारीफ की और कहा कि ‘हमें खुशी है यह ऑपरेशन बिना किसी नागरिक नुकसान के पूरा हुआ.