भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए दक्षिण भारत पर पूरा फोकस कर रही है. पीएम नरेंद्र मोदी भी दक्षिण राज्य में जीत का माहौल बनाने के लिए जनवरी की शुरुआत में 2 बड़े राज्यों का दौरा करने जा रहे हैं. वहीं गृह मंत्री अमित शाह खुद इस समय दक्षिण के दौरे पर हैं. उन्होंने आज गुरुवार को पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव 2024 में तेलंगाना से कम से कम 10 सीटों पर जीत हासिल करने और 35 फीसदी वोट शेयर हासिल करने का लक्ष्य रखा.
सूत्रों का कहना है कि तेलंगाना राज्य में पार्टी के सभी ‘मंडल’ अध्यक्षों की एक बैठक में, अमित शाह ने दावा किया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एक “डूबा हुआ जहाज” है और प्रदेश की नई सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार एक “डूबता हुआ जहाज” है, जबकि बीजेपी तेलंगाना का भविष्य है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से 4 सीटों पर कब्जा जमाया था.
‘गुजरात में भी यही हाल था’
अमित शाह ने बैठक में इसी महीने की शुरुआत में तेलंगाना में आए विधानसभा चुनाव परिणाम में बीजेपी के तीसरे स्थान पर खिसकने के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पश्चिमी राज्य गुजरात में एक बड़ी ताकत के रूप में उभरने और सत्ता हासिल करने से पहले बीजेपी को यहां पर 10 फीसदी से भी कम वोट मिला करते थे.
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शाह ने पार्टी के चुनाव चिन्ह का जिक्र करते हुए कहा, “आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. बीजेपी को राज्य के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में आप लोगों को यह तय करना होगा कि यहां कम से कम 10 जगहों पर कमल खिले.” तेलंगाना में 17 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने 2019 में 4 सीटों पर जीत हासिल की थी और उसका वोट शेयर 20% के करीब था.
परिणाम के बाद तेलंगाना की पहली यात्रा
तब सत्ता में रही भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने 17 में से 9 सीटों और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी. शाह ने कहा कि कुछ लोग सोच रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद भी वह राज्य का दौरा क्यों कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह तब तक तेलंगाना का दौरा करते रहेंगे जब तक यहां पर बीजेपी की सरकार नहीं बन जाती. साथ ही उन्होंने अपने सदस्यों से कांग्रेस के “भ्रष्टाचार” को उजागर करने का आह्वान भी किया.
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने राज्य में कथित तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के लिए बीआरएस और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि तेलंगाना में सरकार भले ही बदल गई है, लेकिन इससे लोगों को कोई फायदा नहीं होगा. इस बैठक से पहले बीजेपी नेता ने हैदराबाद स्थित ऐतिहासिक चारमीनार के पास भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना की. उनके साथ केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना के बीजेपी अध्यक्ष जी किशन रेड्डी भी थे.
पिछले दिनों खत्म हुए विधानसभा चुनावों के बाद अमित शाह की तेलंगाना की यह पहली यात्रा है जिसमें उनकी पार्टी का प्रदर्शन ‘निराशाजनक’ रहा था. बैठक के बाद, बीजेपी के राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण ने कहा कि अमित शाह ने तेलंगाना में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में 35 फीसदी वोट शेयर के साथ 10 से अधिक सीटें जीतने के लिए तेलंगाना की बीजेपी ईकाई के लिए कार्य योजना तय की है.