दिल्ली पुलिस ने 12 घण्टे में हत्या के 3 मामले सुलझाये, 6 आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 12 घण्टे के अंदर हत्या के 3 मामलों को सुलझा लिया है और तीनों मामलों में कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उत्तरी दिल्ली के डीसीपी बृजेन्द्र यादव (DCP Brajendra Yadav) के मुताबिक पहले मामले में 24 अप्रैल को थाना स्वरुप नगर में सुबह करीब 10.27 बजे सूचन मिली की कृष्णा वाटिका के पास एक 28-30 साल के एक लड़के की हत्या कर उसका शव डाल दिया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पाया कि एक शख्स का शव वहां पड़ा हुआ था. जिसके चेहरे और सिर पर चोट के निशान थे और जिसकी पहचान राकेश के तौर के रूप में हुई. पूछताछ के दौरान यह पता चला कि मृतक को आखिरी बार उसके दोस्त आलम के साथ देखा गया था.

दोनों पैसे के लेनदेन को लेकर बहस कर रहे थे. जांच के दौरान मौके पर संदिग्ध आलम मौजूद नहीं मिला. जांच के बाद आरोपी को बादली मेट्रो स्टेशन से पकड़ा गया जब वो भागने की फिराक में था. लगातार पूछताछ करने पर पता चला कि वह मृतक राकेश के साथ वाटिका में मौजूद था. जहाँ दोनों शराब का सेवन कर रहे थे और पैसों से जुड़े मामले को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई. जो कुछ देर झगड़े के बाद आलम ने लोहे की पाइप उठाई और राकेश के चेहरे और सिर पर तेजी से कई ताबड़तोड़ वार किये और वह वहां से भाग गया.

दूसरीं घटना में 24 अप्रैल को को लगभग 6:50 बजे सुबह थाना नरेला में एक PCR कॉल मिली कि सिंघू बॉर्डर के पास खेतों में एक नौकर को किसी ने मारकर जला दिया है,पुलिस मौके पर पहुँची तो वहां फोन करने वाले का साला सुनील मिला उसने बताया कि मृतक का नाम कैलाश पंजियार है और वो झारखंड का रहने वाला था, मृतक उसका नौकर था जो उनके खेत में केयर टेकर के रूप में रहता था . पुलिस ने तकनीकी जांच के बेस्ड दीपांशु और अजय को गिरफ्तार कर लिया. लगातार पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने बदला लेने के लिए यह ये हत्या की क्योंकि मृतक के साथ उनका किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. दोनों ने आगे खुलासा किया कि 23-24 अप्रैल की दरमियानी रात को दोनों ने आरोपी अजय के घर पर शराब का सेवन किया था और सुनील के खेत में गए जहां उन्होंने केयर टेकर कैलाश पंजियार से मुलाकात की और उसे साथ उनके घर पर आने के लिए मना लिया.

उसके बाद मृतक कैलाश आरोपित के आवास पर पहुंचे जहाँ उनके आवास पर दीपांशु ने कैलाश पंजियार से झगड़ा करना शुरू कर दिया और झगड़ा गंभीर हो गया और दोनों आरोपियों ने जानबूझकर कैलाश पंजियार को हथौड़े से मार डाला और उसके शव को सुनील के पास के खेतों में ले गए और उसके शव को खेत में डाल दिया और लकड़ी की डंडियों, कागजों और प्लास्टिक की बोतलों की मदद से इसे जला दिया. उक्त अपराध में आरोपी व्यक्तियों ने अपनी ECO कार का इस्तेमाल किया.जांच के दौरान आरोपी व्यक्ति के कहने पर उक्त ECO कार और अपराध का हथियार यानी हथौड़ा बरामद कर लिया गया है. आरोपी के घर से उनके खून से सने कपड़े भी बरामद किए गए हैं.

हत्या के तीसरे मामले में दिनांक 18 अप्रैल को थाना नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में कंट्रोल रूम से एक सूचना मिली, जिसमें बताया गया पंजाबी कॉलोनी से कॉलर बोल रहा है की सरकारी स्कूल के पास झाड़ियों में एक महिला की डेड बॉडी पड़ी है,पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची तो पता चला कि वहां पर एक 30 साल की महिला का शव पड़ा हुआ है जो ,जांच के बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया बाद शिकायतकर्ता राकेश के बयांन पर मुकदमा दर्ज किया गया जो मृतका ममता और उसके पति ऋषि व् उसकी पहली पत्नी बेबी के साथ फैक्ट्री में काम करता है. जांच के दौरान, कागज का एक बहुत छोटा टुकड़ा मौके पर मुड़ा हुआ मिला, जिसमें एक मोबाइल फोन नंबर लिखा था. जांच के दौरान पता चला कि राकेश ने 16 अप्रैल की रात को करीब 9 बजे ऋषि और उनकी दूसरी पत्नी ममता दोनों को एक साथ देखा था, जब वे मंगल बाजार के लिए उस झाड़ीदार इलाके से जा रहे थे.

अगले दिन यानि रविवार को ऋषि फैक्ट्री में आया, लेकिन वह सामान्य नहीं दिख रहा था, बल्कि परेशान दिख रहा था जब राकेश ने पूछा तो उसने परिवार में कुछ समस्या बताई और कहा कि उसने ममता को गुरुग्राम भेजा है किसी सगे-संबंधी के पास. अगले दिन ऋषि फैक्टरी नहीं आया उसने राकेश को फोन कर बताया कि उसे बुखार है. जब राकेश ने आगे पूछताछ की तो उसने फोन पर कबूल किया कि उसने करण की मदद से अपनी दूसरी पत्नी ममता को मार डाला . आरोपी पति ने अपनी पत्नी ममता की 16 तारीख की रात ही गला घोंटकर हत्या कर दी थी.

जांच के दौरान यह सामने आया कि ऋषि की दो पत्नियां थीं, बेबी और ममता. मृतक ममता पहले बिहार में रहती थी लेकिन अब वह अपने पति के साथ रहने दिल्ली आ गई थी. इसके बाद मृतक ममता और उसके पति ऋषि के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा शुरू हो गया.जांच के दौरान, तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था यानी पति ऋषि, करण (ऋषि का दोस्त) और बेबी (पहली पत्नी) , जिन्होंने खुलासा किया कि वे मृतक ममता के आचरण से तंग आ चुके थे, जिसमें मुख्य रूप से खाना और कभी-कभी दूसरे के घर में सोना , छत पर सोने चले जाना इत्यादि शामिल था. यह भी पता चला कि बेबी को मृतका ममता से जलन होती थी और उसने उसे खत्म करने की साजिश रची थी. जांच में सामने आया कि मृतका ममता के साथ आरोपी करण ने पहले बलात्कार किया और उसके बाद उसके पति ऋषि ने उसे गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया.

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