मोदी से सीधी लड़ाई, BJP पर हमला, INDIA का एजेंडा तय, जानें संकल्प पत्र की 10 बड़ी बातें

दिल्ली में NDA के 38 दलों की बैठक हुई तो बेंगलुरु में 26 विपक्षी दल इकट्ठा हुए. 23 जून को पटना मीटिंग के बाद आज दूसरी बार विपक्षी दल साथ बैठे और UPA का नाम बदलकर INDIA कर दिया गया. INDIA यानी Indian National Developmental Inclusive Alliance.INDIA का एजेंडा तय करने के लिए 11 सदस्यों की कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी और इसकी अगली मीटिंग मुंबई में होगी, जहां ये तय होगा कि कॉर्डिनेशन कमेटी के वो 11 सदस्य कौन होंगे. INDIA के को-ऑर्डिनेशन के लिए दिल्ली में एक ऑफिस बनाया जाएगा.

राहुल गांधी ने कहा कि INDIA की लड़ाई सीधे सीधे नरेंद्र मोदी से है. अब सवाल है कि INDIA का एजेंडा क्या है, ये कैसे काम करेगी, शीट शेयरिंग क्या होगी और चेहरा कौन होगा. इन सारे सवालों का जवाब आज अलग-अलग विपक्षी नेताओं ने दिया. इसके साथ ही विपक्षी दलों की दो दिन की बैठक के बाद 26 विपक्षी दलों के INDIA ने एक संकल्प लिया है. इस संकल्प पत्र में बीजेपी और मोदी सरकार पर तीखे हमले किए गए हैं.

INDIA का संकल्प पत्र

  • हमारे गणतंत्र के चरित्र पर बीजेपी द्वारा व्यवस्थित तरीके से हमला किया जा रहा है.
  • हमारी राजनीति के संघीय ढांचे को जानबूझकर कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है.
  • गैर-बीजेपी शासित राज्यों में राज्यपालों और उप-राज्यपालों की भूमिका संवैधानिक प्रावधानों को पार कर गई है.
  • बीजेपी सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ एजेंसियों का खुल्लम खुल्ला दुरुपयोग किया जा रहा है.
  • हम पसंदीदा मित्रों को देश की संपत्ति की लापरवाही से बिक्री का विरोध करते हैं.
  • 26 दलों के संकल्प में महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट की बात भी जोरशोर से उठाई गई है.
  • किसान और खेत मजदूरों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
  • हम अल्पसंख्यकों के खिलाफ पैदा की जा रही नफरत और हिंसा को हराने के लिए एक साथ आए हैं.
  • जातिगत जनगणना लागू करने का संकल्प भी लिया गया है.
  • इसमें मणिपुर हिंसा का जिक्र भी किया गया है, जिसमें लिखा है कि प्रधानमंत्री की खामोशी चौंकाने वाली और अभूतपूर्व है.

विपक्षी दलों की मीटिंग में सबसे ज्यादा नाम को लेकर चर्चा हुई और फिर INDIA नाम तय किया गया. साफ हो गया कि 2024 की लड़ाई NDA वर्सेज INDIA होगी. ये नाम रखने के पीछे की वजह बताएंगे, लेकिन पहले INDIA के 5 अक्षरों का मतलब जान लीजिए.

  • I का मतलब है Indian….यानी भारतीय
  • N का मतलब National…राष्ट्रीय
  • D का मतलब Developmental…विकासशील
  • I का मतलब Inclusive..समावेशी
  • A का मतलब Alliance…गठबंधन
  • राहुल गांधी की तरफ से आया नए नाम का प्रस्ताव

मीटिंग में नए नाम का प्रस्ताव राहुल गांधी की तरफ से आया. राहुल ने मीटिंग में कहा कि बीजेपी के खिलाफ इंडिया के लोग हैं, बीजेपी से वही लड़ेंगे. इसलिए विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA होना चाहिए. उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस बात पर जोर दिया कि गठबंधन के नाम में भारत शब्द होना ही चाहिए. हमने कल ही आपको बता दिया था कि कांग्रेस UPA नाम पर जोर नहीं दे रही है और उसने नए नाम पर फैसला सहयोगी दलों पर छोड़ दिया है. जैसे ही खबर आई कि विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA होगा. ये ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. देखते ही देखते INDIA Vs NDA टॉप ट्रेंड बन गया.

खरगे ने किया विपक्षी अलायंस के नए नाम का ऐलान

मीटिंग के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी अलायंस के नए नाम का ऐलान किया, लेकिन उससे पहले ही जेडीयू के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से INDIA का फुल फॉर्म बताने की होड़ लग गई. हालांकि जेडीयू के ट्वीटर हैंडल से INDIA का जो फुल फॉर्म बताया गया, उसमें D का गलत मतलब बताया गया था. D का सही मतलब डेवलेपमेंटल है, लेकिन जेडीयू के ट्वीटर हैंडल में इसे डेमोक्रेटिक बताया गया. बीजेपी ने भी नाम पर चुटकी ली और इसे फ्रॉड अपोजिशन बताते हुए मल्किार्जुन खड़गे का वो बयान ट्वीट किया, जिसमें वो INDIA की जगह I.N.D.I.L कह रहे हैं.

इंडिया के लिए कांग्रेस और भारत के लिए मोदी-CM सरमा

विपक्षी दलों ने बहुच सोच विचार के बाद अपने अलायंस का नाम INDIA रखा है, क्या ये विपक्ष का मास्टर स्ट्रोक है. क्योंकि ऐसा नाम रखने के बाद अब बीजेपी के लिए विपक्षी अलायंस पर हमला करना आसान नहीं होगा. विपक्ष ने गठबंधन का नाम INDIA रखा तो बीजेपी ने इसे लेकर हमला शुरू कर दिया. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, ‘INDIA नाम को अंग्रेजों से जोड़ दिया. अंग्रेजों ने हमारा नाम इंडिया रखा और कांग्रेस ने इसे सही मान लिया. हमें खुद को इस औपनिवेशिक विरासत से मुक्त कराना होगा. हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे. इंडिया के लिए कांग्रेस और भारत के लिए मोदी”

विपक्ष की पटना बैठक में 15 पार्टियां हुई थीं शामिल

विपक्ष की पटना बैठक में 15 पार्टियां शामिल हुई थीं. दूसरी बैठक में विपक्षी कुनबे में 11 पार्टियां बढ़ी यानी 26. पहली मीटिंग में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल नाराज होकर चले गए. TMC प्रमुख ममता बनर्जी की नाराजगी की खबरें भी आई थी. इस बार विपक्षी दलों ने पिछली मीटिंग से सबक लिया.

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