रामलला अयोध्या में अपने महल में विराजमान हो गए हैं. रामभक्त 500 साल से इस दिन का इंतजार कर रहे थे. सोमवार को भव्य कार्यक्रम में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर नहीं बना है, पूरे इलाके का कायाकल्प हो गया है. दरअसल, देश के कई प्राचीन मंदिरों के कायाकल्प के पीछे प्रधानमंत्री मोदी की संकल्प शक्ति रही है. पीएम मोदी 10 साल से देश के प्रधानमंत्री हैं. इन 10 सालों में अयोध्या से उज्जैन तक, काशी से केदारनाथ तक, कम से कम 10 प्राचीन मंदिरों का कायाकल्प हुआ है.
1780 में इंदौर की रानी देवी अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनरोद्धार कराया था. उसके बाद करीब 300 साल तक काशी विश्वनाथ मंदिर में रिनोवेशन का कोई बड़ा काम नहीं हुआ. 2014 में पीएम मोदी वाराणसी से सांसद बने तो उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने का संकल्प कर लिया.
2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजक्ट का शिलान्यास किया. शिलान्यास के लगभग 2 साल 8 महीने बाद 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री ने 5 लाख वर्ग मीटर में फैले भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण कर दिया.
11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ की तरह देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में करीब 946 मीटर लंबे श्री महाकाल लोक कॉरिडोर का लोकार्पण किया था. गुजरात के सोमनाथ मंदिर की मान्यता भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहले स्थान पर मानी जाती है. प्रधानमंत्री मोदी सोमनाथ में कई बार गर्भगृह वाली साधना कर चुके हैं. पीएम मोदी सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं. 2021 में पीएम मोदी ने सोमनाथ मंदिर में 3 बड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने पार्वती माता मंदिर, दर्शन पथ और एग्जीबिशन सेंटर का लोकार्पण किया.
गुजरात का सोमनाथ मंदिर
केदारनाथ मंदिर में पीएम मोदी कई बार दर्शन के लिए जा चुके हैं. 2013 की विनाशकारी बाढ़ के बाद उत्तराखंड का केदारनाथ मंदिर बुरी तरह प्रभावित हुआ था. 2014 में पहली बार मोदी सरकार बनी तो पीएम ने केदारनाथ मंदिर रेनोवेशन प्रोजक्ट लॉन्च किया. 5 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ कॉरिडोर और आदि शंकराचार्य की मूर्ति का लोकार्पण किया.
काशी विश्वनाथ मंदिर
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने जैसा साहसिक फैसला लेने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर घाटी में मंदिर कॉम्प्लेक्स के पुनरोद्धार का प्रोजक्ट लॉन्च किया. इसका असर ये हुआ 31 साल बार फरवरी 2021 में कश्मीर के शीतलनाथ मंदिर के द्वार खुल पाए.
कश्मीर में इन मंदिरों का पुनर्निर्माण हुआ
श्रीनगर के रघुनाथ मंदिर
अनंतनाग के मार्तंड मंदिर
पाटन के गौरीशंकर मंदिर
श्रीनगर के पांद्रेथन मंदिर
अवंतिपोरा के अवंतिस्वरा मंदिर का भी रेनोवेशन हो रहा है
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में उत्तराखंड के बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री को जोड़ने के लिए ऑल वेदर रोड का प्रोजक्ट शुरू हुआ. रोड नेटवर्क से साथ रेल लाइन भी बिछाई जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने आध्यात्म के साथ विकास को जोड़ दिया है. इसका असर ये है कि आज अयोध्या से लेकर आबू धाबी तक भव्य मंदिरों का निर्माण हो रहा है.