बंगाल : नेताजी (Netaji) सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हुए कार्यक्रम में सीएम ममता (CM Mamta) बनर्जी के जय श्री राम वाले नारे पर आगबबूला होने पर वह चौतरफा घिर गई हैं. इस पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. नेताजी के परपोते सीके बोस (CK Bose) का कहना है कि सुभाष चंद्र बोस हमेशा ही एकता के लिए खड़े रहे. इसीलिए उन्हें जय श्री राम बोले जाने में कोई दिक्कत नजर नहीं आ रही है. इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी पर तंज कसा.
नेताजी के परपोते (Grandnephew) ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने देश की एकता के लिए काम किया. उनकी आजाद हिंद फौज में सभी समुदायों के लोग थे. उन्होंने कहा कि चाहे ‘जय हिंद’ (Jai Hind) कहा जाए या ‘जय श्री राम, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘जय श्री राम’ कोई ऐसा बयान नहीं है, जिसे सुनकर किसी को भी भड़क जाना चाहिए.
सीएम को किसी भी नारे पर नहीं देनी चाहिए प्रतिक्रिया
सीके बोस ने कहा कि उनके हिसाब से सीएम ममता बनर्जी को किसी भी नारे पर प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए. चाहे वह यह हिंद हो या जय श्री राम. उन्होंने ममता बनर्जी को नसीहत देते हुए कहा कि आज कोई राजनीति करने का दिन नहीं है. आज का दिन तो जश्न मनाने का है. सुभाष चंद्र बोसके परपोते ने कहा कि नेताजी की जयंती का दिन तो भारतीय राष्ट्रीय सेना के सैनिकों और शहीदों को श्रद्धांजलि देने का दिन है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती समारोह के पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए पीएम नरेंद्र मोदी विक्टोरिया मेमोरियल पहुंचे थे. उस अवसर पर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी उपस्थित थीं, लेकिन पीएम मोदी के आगमन से लेकर सीएम ममता बनर्जी को भाषण में आमंत्रण देने तक जय श्री राम के नारे लगते रहे. इससे ममता बनर्जी बिफर गईं और इसका विरोध किया. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया कि जय श्रीराम के नारे से स्वागत ममताजी अपमान मानती है. कैसी राजनीति है. वहीं टीएमसी एमपी नुसरत जहां ने ट्वीट किया कि राम का नाम गले लगाके बोले ना कि गला दबाके.
पहले भी ममता बनर्जी ने खोया था आपा
कुछ साल पहले सीएम ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा का विरोध करने के लिए, धरने में शामिल होने जा रही थीं, इसी दौरान उत्तर 24 परगना (North 24 Paraganas) में कुछ लोगों ने नारेबाजी कर उनका विरोध किया था. इस तरह के नारे सुनकर ममता बनर्जी अपना आपा खो बैठीं और उन्होंने अपने वाहन को रुकवाकर, नारेबाजी करने वालों को रोका. इस दौरान उन्होंने कहा कि चमड़ी खींच लेंगे. गिरफ्तार करा देंगे. ममता बनर्जी अपनी गाड़ी से बाहर आईं थीं और उन्होंने अपने सुरक्षा अधिकारियों से सभी लोगों का नाम लिखने को कहा था. उन्होंने कहा कि आप अपने बारे में क्या सोचते हैं? आप अन्य राज्यों से आएंगे, यहां रहें और हमारे साथ दुर्व्यवहार करें. मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी. आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे अपमानित करने की?