जानें- क्या है दिल्ली सरकार का स्पोकेन इंग्लिश प्रोग्राम, किसे और कैसे मिलेगा दाखिला?

दिल्ली: दिल्ली सरकार अब एक खास तरह का प्रोग्राम लेकर आई है. जिसके तहत फिलहाल एक लाख बच्चों को अंग्रेजी बोलना सिखाया जाएगा. यह जानने के बाद आपके मन में भी कई तरह के सवाल होंगे कि आखिर अंग्रेजी बोलना सिखाएगा कौन, यह कहां सिखाया जाएगा, इसमें कितने रुपये खर्च होंगे और समय कितना लगेगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस प्रोग्राम के बारे में दिल्ली की जनता को बताया कि अब दिल्ली में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ बेहतर कम्युनिकेशन स्किल देने की भी कोशिश की जा रही है. जिसके तहत पहले फेस में 50 केंद्रों पर एक लाख बच्चों को इंग्लिश बोलना सिखाया जाएगा.

अंतरराष्ट्रीय लेवल का होगा पाठ्यक्रम
दरअसल, यह प्रोग्राम दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने पेश किया था. इसे लेकर जो सबसे बड़ा सवाल लोगों के मन में है आखिर इंग्लिश बोलना सिखाएगा कौन, इसके जवाब में दिल्ली के सीएम ने बताया था कि यह एक अंतरराष्ट्रीय लेवल का पाठ्यक्रम होगा. जिसमें मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाई-अप किया है और इस प्रोग्राम के मूल्यांकन प्रभारी कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय होगी. यानी बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर की अंग्रेजी सिखाई जाएगी.

120 घंटे में सिखाई जाएगी इंग्लिश
बीते शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यह इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स 3 से 4 महीने तक चलेगा. यानी बच्चों को इसमें 120 घंटे अंग्रेजी सिखाई जाएगी. सबसे खास बात अगर कोई रोजाना क्लास नहीं ले सकता तो उनके लिए वीकेंड और इवनिंग कोर्स रखे गए है. दरअसल, इस कोर्स की आयु सीमा है 18 से 35 साल तक और इस आयु सीमा के ज्यादातर लोग नौकरियां भी करने लगते हैं. ऐसे लोगों को इस कोर्स को करने में दिक्कत न हो उन्हे देखते हुए इस कोर्स में इवनिंग क्लास और वीकेंड क्लास को भी जोड़ा गया है.

कितनी लगेगी फीस?
दरअसल, दिल्ली सरकार के मुताबिक यह कोर्स पूरी तरह से फ्री रखा गया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि बच्चों से अंग्रेजी सीखने के लिए कोई पैसे नहीं लिए जाएंगे. यह निःशुल्क पाठ्यक्रम होगा लेकिन इस प्रोग्राम की शुरुआत में बच्चों से 950 रुपये लिए जाएंगे. यह पैसे सिक्युरिटी डिपॉजिट के रूप में लिए जाएंगे. जिससे कोई एडमिशन लेता है तो वो इस कोर्स को गंभीरता से ले. सीएम ने बताया कि इस कोर्स में लाखों बच्चे अपनी रुचि दिखाएंगे लेकिन सीट सिर्फ एक लाख होगी. ऐसे में बच्चों से ये 950 रुपये लिए जाएंगे जिससे वो अपना कोर्स पूरा करें, उनका कोर्स पूरा होने के बाद यह पैसे उन्हे वापिस कर दिए जाएंगे.

कौन ले सकता है प्रोग्राम में हिस्सा
सीएम केजरीवाल के मुताबिक अभी इस प्रोग्राम के पहले फेस की शुरुआत की जा रही है. जिसमे 50 केंद्रों पर एक साल में एक लाख बच्चों को इंग्लिश बोलना सिखाया जाएगा. इसके लिए अगर योग्यता की बात करें तो जिन बच्चों ने 12वीं कक्षा पास कर ली है और वो 18-35 वर्ग के है, तो वो इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते है. जिन बच्चों को पहले फेस में दाखिला मिलेगा उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे वो अच्छी तरह से इंग्लिश बोल पाए. इस प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए अंग्रेजी की सामान्य समझ और आठवीं कक्षा तक बच्चे को अंग्रेजी भाषा पढ़ी होनी जरूरी है.

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