गूगल के पास पॉपुलर मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड मौजदू है, लेकिन फिर भी आईफोन को सिक्योरिटी के मामले में ज्यादा बेहतर माना जाता है। लेकिन अब गूगल ने अपनी प्राइवेसी और सिक्योरिटी को मजबूत बनाने पर जोर दिया है, जिससे कोई भी स्कैमर गूगल डिवाइस को शिकार नहीं बना पाएगा। दरअसल पिछले कुछ वक्त में गूगल एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम बेस्ट स्मार्टफोन पर हैकिंग और स्कैमिंग की घटनाएं बढ़ी हैं।
ऐसे होगी स्कैमर्स और फ्रॉड कॉल की पहचान
ऐसे में गूगल की तरफ से स्कैम कॉल को रोकने के लिए नया फीचर लाया जा रहा है। एपीके टियरडाउन की रिपोर्ट की मानें, तो गूगल एक एआई-पावर्ड स्कैम डिटेक्शन फीचर विकसित कर रहा है, जिसे जल्द ही दुनियाभर में रोल आउट किया जा सकता है। रिपोर्ट की मानें, तो गूगल स्पैम और स्कैम कॉल के बीच अंतर करने के लिए जेमिनी नैनो एआई ला रहा है। इसमें यूजर्स को स्पैम कॉल रोकने के साथ ही उसे रिपोर्ट और ब्लैकलिस्ट का ऑप्शन मिलेगा। नई एआई डिटेक्शन फीचर स्कैमर्स की पहचान कॉल पैटर्न, आवाज और अन्य चीजों से करेगा।
मैन्युअली रिपोर्ट करने का होगा ऑप्शन
यूजर्स को कॉल अलर्ट मिलेगा, जब गूगल एआई सिस्टम को किसी कॉल को लेकर संदेह होगा। साथ ही यूजर्स उसके खिलाफ उचित कार्रवाई कर पाएंगे। इस सुविधा में यूजर्स के लिए स्कैम कॉल को मैन्युअल रिपोर्ट करने का ऑप्शन होगा। हालांकि इस फीचर को कब लॉन्च किया जाएगा, फिलहाल इस बारे में कोई सही जानकारी मौजूद नहीं है, लेकिन अगर यह फीचर रोलआउट हो जाता है, तो फ्रॉड कॉल से एंड्रॉइड यूजर्स को काफी फायदा होने की उम्मीद है।