‘नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री न बनने की दी थी सलाह’,   बातचीत में बोले प्रशांत किशोर, वजह भी बताई

चुनावी रणनीतकार प्रशांत किशोर ने रविवार को एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत में कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधते हुए कहा कि, “जिस नीतीश के लिए मैंने 2015 में नारा दिया था कि ‘बिहार में बहार हो, नीतीश कुमार हो’, वे पद छोड़ने को तैयार रहते थे. अब ये नीतीश वो नहीं हैं. बिहार में बहार भी नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार जरूर कुर्सी पर हैं. इसलिए मैंने कहा कि उन्हें राज्य में फेविकोल का ब्रांड एम्बेसडर बना देना चाहिए.”

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पिछले कई सालों से एक ही बात स्थिर है सीएम की कुर्सी और उस पर बैठे हुए नीतीश कुमार. मैं जहां भी जा रहां हूं वहां नीतीश कुमार का विरोध हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने नीतीश कुमार को सीएम न बनने की सलाह दी थी. 2020 के चुनाव में कम सीटें मिली थी इसलिए मैंने ये सलाह दी थी. मैंने कहा था कि आप 40-42 सीटों के साथ सरकार नहीं चला पाएंगे. मैंने उन्हें विपक्ष में रहने की सलाह दी थी. उन्होंने इस बात पर हां भी किया, लेकिन बाद में पता चला कि वे सीएम बन रहे हैं. 

बिहार की राजनीति पर क्या बोले पीके?

बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ सरकार बनाने पर प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्य में अभी जो समीकरण बने हैं वो सरकार चलाने के लिए हैं. इसका कोई राजनीतिक असर नहीं पड़ने वाला है. सरकार से जुड़ी हुई रेवड़ियां लेने के लिए कई दल साथ आ जाते हैं. किसी भी गठबंधन में सात दलों को एकसाथ लेकर चलना बेहद मुश्किल काम है. ये गठबंधन जो हुआ है बिहार में, ये लंबे समय तक नहीं चल पाएगा. गौरतलब है कि नीतीश कुमार की जेडीयू ने एनडीए से नाता तोड़कर आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ गठजोड़ कर नई सरकार बनाई थी. 

नीतीश कुमार की पीएम उम्मीदवारी पर कही ये बात

लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के विपक्ष के पीएम उम्मीदवार बनने को लेकर प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि किसी नेता के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से मिलने से आप विकल्प नहीं बना सकते. नीतीश कुमार या उनकी पार्टी ने भी उनकी पीएम दावेदारी को लेकर कुछ नहीं कहा है. हां बिहार में एक दो जगह पोस्टर लगे हैं बस. बता दें कि, नीतीश कुमार आम चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने दिल्ली में राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, शरद यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं के मुलाकात की है. 

 

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