ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया और उन्होंने पाकिस्तान से लेकर दुनिया को साफ-साफ मैसेज दे दिया है. पीएम मोदी के संबोधन को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की प्रतिक्रिया सामने आई है और उन्होंने कहा कि पीएम ने दुनिया को “साफ संदेश” दिया है कि आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मौलाना खालिद रशीद ने कहा, ‘बहुत स्पष्ट शब्दों में प्रधानमंत्री ने पूरे देश और दुनिया को संदेश दिया है कि आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते. बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते. उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी कैंप को निशाना बनाकर पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है और सेना के ऑपरेशन में कई आतंकवादी मारे गए हैं.’ पीएम मोदी ने सोमवार को सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंक और बातचीत, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते. 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है. प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का जिक्र किया और कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते.
‘अगर आतंकी हमला हुआ तो मिलेगा मुंहतोड़ जवाब’
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान से बातचीत होगी तो वह सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर को लेकर होगी. उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक नया मानदंड स्थापित किया है. पीएम ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भारत पर कोई आतंकी हमला होता है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. हम अपनी शर्तों पर ही मुंहतोड़ जवाब देंगे. हम हर उस जगह पर सख्त कार्रवाई करेंगे, जहां से आतंकवाद की जड़ें निकलती हैं. साथ ही भारत किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में विकसित हो रहे आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमला करेगा.