भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक की, इसी के बाद पड़ोसी देश तिलमिला गया और उसने एलओसी पर एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया और फायरिंग की. इस बार पाकिस्तान ने अपनी हदें लांग दी और इस गोलीबारी में पाकिस्तान से लोहा लेते हुए एक भारतीय जवान शहीद हो गया. भारतीय सेना की 16 कोर के आधिकारिक एक्स अकाउंट ने बुधवार रात पुष्टि की कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की गोलाबारी में एक भारतीय जवान शहीद हो गया है.
एक जवान हुआ शहीद
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, जीओसी और व्हाइट नाइट कोर के सभी रैंक 5 एफडी रेजट के एल/एनके दिनेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जो 07 मई को पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के दौरान शहीद हो गए. हम पुंछ सेक्टर में निर्दोष नागरिकों पर लक्षित हमलों के सभी पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.
भारत ने लॉन्च किया ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने पाकिस्तान पर मंगलवार को देर रात 1:30 बजे ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. पहलगाम में पाकिस्तान की नापाक करतूतों का बदला लेने के लिए इस ऑपरेशन को लॉन्च किया गया. इस ऑपरेशन के तहत देश ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और उन्हें ढेर कर दिया. भारत ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकी ठिकानों पर हमला किया.
तिलमिलाया पाकिस्तान
भारत के इस अटैक के बाद ही पाकिस्तान तिलमिला गया. ऑपरेशन सिन्दूर के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मनमानी गोलीबारी और भारी गोलाबारी की. भारतीय सेना ने कथित तौर पर तेजी से जवाब दिया, कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में कई पाकिस्तानी सेना की चौकियों को निशाना बनाया और भारी सैन्य हताहत किया.
पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आम भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया. एलओसी पर पाकिस्तान की सेना ने दर्जनों गांव पर तोपों और मोर्टार से गोलाबारी की, जिसमें बुधवार को 12 लोगों की मौत दर्ज की गई और 40 अन्य लोग घायल हो गए. हालांकि, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की तरफ से एलओसी पर की गई फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया. सेना ने जवाबी कार्रवाई में दुश्मन की कई चौकियों को नष्ट कर दिया. पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई और उन्हें बंकरों में शरण लेने या अपने गांवों के अंदर या बाहर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा