लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित हुए किन्नर समुदाय के लोग, कहा- किसी ने सुध नहीं ली

श्रीनगर: कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन ने श्रीनगर में किन्नर समुदाय के लोगों की रोजी-रोटी भी छीन ली है। यह समुदाय पहले से ही हाशिए पर रहा है और शादी-विवाह जैसे मौकों पर ही इनकी कुछ कमाई हो जाया करती थी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से शादियों की संख्या में भारी गिरावट आई है, और जो शादी-विवाह के कार्यक्रम हो भी रहे हैं, उनमें ज्यादा तड़क-भड़क नहीं है। ऐसे में किन्नरों की आमदनी में भारी कमी आई है और उनके लिए रोजी-रोटी का जुगाड़ कर पाना मुश्किल साबित हो रहा है।
वॉलंटियर्स के एक ग्रुप द्वारा किन्नर समुदाय के लोगों की मदद करने के लिए फंड जुटाने की कोशिशें की जा रही हैं। ये लोग मेक-अप आर्टिस्ट हैं, गायक हैं और लोगों के रिश्ते तय कराने में मदद करते हैं। समुदाय के लोगों ने दावा किया कि उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है और उन्हें मुश्किल से सरकार की तरफ से कोई मदद मिली है। वॉलंटियर्स का एक ग्रुप अब किन्नर समुदाय के लोगों की मदद के लिए आगे आया है और उन्हें खाद्य सामग्री देकर उनकी मदद की कोशिश कर रहा है, जिससे उन्हें काफी राहत मिल सकी है।
सरकार से किन्नर समुदाय ने की ये मांग
किन्नर समुदाय के लोग खुश हैं कि लोगों को अब यह बात समझ में आने लगी है कि लॉकडाउन की वजह से उनको भी दिक्कत हो रही है। हालांकि उनकी मांग है कि सरकार को भी उनकी मदद करनी चाहिए। समुदाय के लोगों का कहना है कि उनमें से ज्यादातर लोगों को अभी वैक्सीन भी नहीं लग पाई है और सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए। किन्नर समुदाय के लोगों का कहना है कि उन्हें कई बार परेशान किया जाता है जिसकी वजह से वे टीकाकरण केंद्रों पर नहीं जा सकते।

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