जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने स्‍वास्‍थ्‍य कारणों के चलते दिया इस्‍तीफा

टोक्‍यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने शुक्रवार को अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। उन्‍होंने यह फैसला अपने स्‍वास्‍थ्‍य कारणों की वजह से लिया है। शिन्‍हुआ न्‍यूज एजेंसी के मुताबिक 65 वर्षीय अबे ने पद छोड़ने की घोषणा एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में की। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें इंटेस्‍टिनाइल बीमारी का इलाज करने के लिए कुछ समय की जरूरत है इसलिए वह अपने पद से इस्‍तीफा दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों के दौरान शिंजो अबे को दो बार अस्‍पताल जाना पड़ा है। इससे बात के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उनका स्‍वास्‍थ्‍य ठीक नहीं चल रहा है।

अबे ने बताया कि उन्‍होंने उपचार करवाया है लेकिन अब अधिक लाभ के लिए उन्‍हें लंबे आराम की जरूरत है। प्रधानमंत्री अबे ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनकी बिमारी नीति निर्माण की राह में बाधा बने। उन्‍होंने जापानी जनता से अपना कार्यकाल पूरा न कर पाने की वजह से माफी भी मांगी है। यह दूसरी बार है जब अबे ने स्‍वास्‍थ्‍य कारणों के चलते अपने पद से इस्‍तीफा दिया है। इससे पहले वह 2007 में भी उदर रोग के कारण प्रधानमंत्री पद से इस्‍तीफा दे चुके हैं। उन्‍होंने यह इस्‍तीफा प्रधानमंत्री कार्यालय में केवल एक साल काम करने के बाद ही दे दिया था

2012 में पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीतने के बाद शिंजो अबे दोबारा प्रधानमंत्री बने थे। सात साल के इस कार्यकाल ने उन्‍हें जापान का सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने का गौरव प्रदान किया है। अबे का कार्यकाल समाप्‍त होने में अभी एक साल का वक्‍त बचा था। सत्‍तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्‍यक्ष के रूप में शिंजो अबे का कार्यकाल अगले साल सितंबर में समाप्‍त होगा।

पहली बार अबे 17 अगस्‍त को अस्‍पताल में भर्ती हुए थे। उस समय सामान्‍य स्वास्‍थ्‍य जांच की बात कही गई थी। 7 घंटे से अधिक की जांच के बाद वह अस्‍पताल से घर आए थे। इसके बाद 24 अगस्‍त को वह दोबारा अस्‍पताल गए और वहां चार घंटे तक उनकी जांच चली। अबे के इस्‍तीफा देने के बाद जापान में अब नए प्रधानमंत्री की तलाश तेजी से शुरू हो गई है, क्‍योंकि कोरोना वायरस महामारी के साथ ही साथ प्राकृतिक आपदाओं जैसे मोर्चे पर देश एक साथ लड़ रहा है।

लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के महासचिव तोशीहीरो निकाई ने एक टीवी प्रोग्राम में कहा था कि चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशीहिदे सुगा अबे के एक मजबूत उत्‍तराधिकारी हैं। निकाई ने यह भी कहा था कि एलडीपी पॉलिसी चीफ फूमिओ किसहिदा और पार्टी के पूर्व महासचिव शिगेरू इसहीबा भी संभावित उम्‍मीदवार हो सकते हैं।

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