किसान का शव कूड़ा गाड़ी में ले गई यूपी पुलिस, बुंदेलखंड के महोबा जिले में मानवता शर्मसार

लखनऊ: UP में कोरोना काल में शासन-प्रशासन हर शव के अंतिम संस्कार के लिए पूरे प्रोटोकॉल को अपनाने की सलाह दे रहा है, साथ ही शवों को पूरे सम्मान के साथ अंत्येष्टि करने के फरमान भी जारी कर रहा है, लेकिन गाहे-बगाहे कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की असंवेदनशीलता सामने आ ही जाती है. ताजा वाकया यूपी के बुंदेलखंड इलाके के महोबा जिले (Bundelkhand Mahoba) का है, जहां एक किसान की मौत के बाद उसके शव को कूड़ा गाड़ी (Farmers Dead Body Garbage Cart Viral Video) में ले जाया गया.बुंदेलखंड के महोबा में पुलिस (UP Police) ने एक किसान के शव का इतना अपमान किया कि उसे एक कूड़ागाडी में डाल कर ले गई.खरेला इलाके के रहने वाले किसान रामकरण को ज़ुकाम,बुखार और खांसी की शिकायत थी. तबियत बिगड़ने पर उनका बेटा उन्हें इलाज के लिए ज़िला अस्पताल ले कर आया. अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें देख कर बताया कि उनकी मौत हो चुकी है. ऐसे में कोरोनाकाल में संदिग्ध हालात में मौत का मामला था, लिहाजा अस्पताल ने पूरी ऐहतियात बरता.
इसकी इत्तेला पुलिस को दी गई. पुलिस ने पंचनामा भरा, लेकिन तकलीफदेह बात यह हुई कि वे उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए एक कूड़ागाडी में रख कर ले गए. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो पुलिस वाले पॉलिथीन शीट में लिपटे उसके शव को उछाल कर कूड़ा गाड़ी में फेंकने वाले हैं. लेकिन तभी वहां मौजूद दूसरे पुलिस वाले को शायद लगा कि इस तरह शव उछाल कर फेंकने से उसकी हड्डी-पसली टूट जाएगी. लिहाज़ा उसने उन्हें शव को उछाल कर कूड़ागाडी में फेंकने से रोका.इस वीडियो के वायरल होने के बाद वहां के एएसपी आर. के. गौतम ने चरखारी इलाके के सी. ओ. को इसकी जांच सौंप दी है.
UP के बलरामपुर का भी ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है. जहां दो लोग खुलेआम एक पुल से शव को नदी में फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो 28 मई का बताया जा रहा है, पुल के किनारे दो लोगों को शव फेंकने की जद्दोजहद करते हुए किसी ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. हैरान करने वाली बात ये है कि उनमें से एक शख्स ने तो PPE किट पहनी है लेकिन दूसरा शख्स बिना PPE किट के इस्तेमाल के उस शव को पकड़ रहा है.
बलरामपुर में कोविड से मरने वाले प्रेमनाथ मिश्र के शव को राप्ती नदी के पुल से नदी में फेंकने के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें से एक मारने वाले का भतीजा संचय शुक्ल और दूसरा उसकी मदद करने वाला सफाई कर्मचारी मनोज कुमार है.

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