हर तरफ से आ रहीं सिफारिशें, क्या पाकिस्तान को अलग रणनीति से जवाब देगा भारत?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. इस बीच अमेरिका शुरुआत से ही भारत के समर्थन में खड़ा हुआ है. इसके अलावा जिस समय पहलगाम हमला हुआ उस दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में ही मौजूद थे. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति समेत दुनियाभर के देश भारत को युद्ध से बचने की सलाह दे रहे है. ऐसे में माना जा रहा है कि भारत अब क्या अपनी रणनीति में बदलाव लाकर पाकिस्तान से बदला लेगा? हालांकि गृहमंत्री अमित शाह के बयान ने सबकी टेंशन बढ़ा दी हैं.

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों का पता लगाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा. उपराष्ट्रपति के इस बयान के बाद ऐसा कहा जा रहा है तनाव कम होगा. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने गुरुवार को कहा कि वाशिंगटन को उम्मीद है कि पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद क्षेत्रीय संघर्ष से बचने के लिए भारत सावधानीपूर्वक प्रतिक्रिया देगा. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि पाकिस्तान आतंकवादियों का पता लगाने के लिए भारत की मदद करेगा.

क्या बोले उपराष्ट्रपति जेडी वेंस?
एक इंटरव्यू के दौरान जेडी वेंस ने कहा कि हमारी उम्मीद है कि भारत इस आतंकवादी हमले का इस तरह से जवाब देगा, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष न हो और हम स्पष्ट रूप से आशा करते हैं कि पाकिस्तान, अपनी जिम्मेदारी के अनुसार, भारत के साथ सहयोग करेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों को पकड़ा जाए और उनसे निपटा जाए. पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की ये टिप्पणी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रह है.

बदला लेकर रहेंगे- अमित शाह
पहलगाम हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत आतंकवाद के हर कृत्य का उचित और सटीक जवाब देगा. आतंकवादियों को कड़ी चेतावनी देते हुए, अमित शाह ने कहा कि अगर कोई सोचता है कि कायरतापूर्ण हमला उनकी जीत है, तो उन्हें याद रखना चाहिए कि यह नरेंद्र मोदी का भारत है – और एक-एक करके बदला लिया जाएगा. गृहमंत्री के बयान के बाद से ही दुनियाभर के कई नेता एक्टिव हुए हैं और भारत से बातचीत कर रहे हैं.

हर तरफ से आ रहीं सिफारिशें
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव का असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि लगभग सभी देश युद्ध न छेड़ने की सलाह देते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही पाकिस्तान की क्लास लगा रहे हैं. बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई. रुबियो ने पाकिस्तानी अधिकारियों से जांच में सहयोग करने और उनके बीच तनाव कम करने के लिए काम करने को कहा था. इसके अलावा यूएन, चीन, UAE भी दोनों देशों से रिश्तों को सुधारने और युद्ध न छेड़ने की बात कह रहा है.

भारत पाकिस्तान के बीच तनाव
इंडिया ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को कम कर दिया है. सिंधु जल संधि को रोकने, सभी पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करने, पाकिस्तानी एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने और अटारी-वाघा सीमा को बंद करने सहित कई कूटनीतिक फैसले लिए हैं. जवाब में पाकिस्तान ने भी कार्रवाई करते हुए शिमला समझौते को निलंबित कर दिय.

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