उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पतियों ने पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर न्याय के लिए गुहार लगा रहे हैं. वो न्याय के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. एक अधिवक्ता ने बताया कि जिले में पिछले 103 दिन में करीब 148 पतियों ने पत्नियों से प्रताड़ित किए जाने के मामाले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि इनमें 87 ऐसे मामले में हैं जिसमें पत्नियों को विदाई कर वापस लाने के हैं. लोगों न्याय के लिए कोर्ट से उम्मीद लगाए हैं.
गाजीपुर जिले के परिवार न्यायालय में भी पति-पत्नी के झगड़े के मामले दर्ज हैं. पिछले 103 दिन में करीब 148 पतियों ने पत्नियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. जिसमें से पत्नी जो किसी बात से रूठ कर मायके चली गई. उसे मना कर विदाई कर वापस लाने के लिए करीब 87 मामले हैं, तो वहीं पत्नी के द्वारा लगातार किए जा रहे प्रताड़ना को लेकर करीब 61 मामले तलाक के भी चल रहे हैं. वहीं इन मामले पर एक अधिवक्ता ने कहा कि सितंबर महीने में 66, अक्टूबर में 32, नवंबर में 37 और दिसंबर में अब तक 17 पुरुषों ने प्रताड़ना का आरोप लगाया है. वहीं विवाह विच्छेद के लिए धारा 13 के तहत सितंबर में 29, अक्टूबर में 9, नवंबर में 21 और दिसंबर माह में अब तक कई पतियों ने मुकदमा दाखिल किया है.
पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष ने खुदकुशी की. अतुल सुभाष के का मामला सामने आने के बाद से कई मामले सामने आने लगे हैं. यहां तक की न्यायिक व्यवस्था पर भी प्रश्न चिंह लगने लगे हैं. अतुल सुभाष का कोई एक अकेला मामला नहीं है बल्कि इस तरह के अनेकों मामले हैं. जहां पर पत्नी की प्रताड़ना से पति परेशान हैं. कहीं पत्नी की विदाई के लिए तो कहीं तलाक के लिए परिवार न्यायालय में अर्जी लगा रहे हैं. न्यायालय से ये उम्मीद लगाए हुए हैं कि शायद फैसला उनके पक्ष में आए और उनका परिवार में एक बार फिर से खुशियां का माहौल फिर से लौट आए. गाजीपुर जिले के परिवार न्यायालय में भी पति-पत्नी के झगड़े के मामले दर्ज हैं. पिछले 103 दिन में करीब 148 पतियों ने पत्नियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. जिसमें से पत्नी जो किसी बात से रूठ कर मायके चली गई. उसे मना कर विदाई कर वापस लाने के लिए करीब 87 मामले हैं, तो वहीं पत्नी के द्वारा लगातार किए जा रहे प्रताड़ना को लेकर करीब 61 मामले तलाक के भी चल रहे हैं. वहीं इन मामले पर एक अधिवक्ता ने कहा कि सितंबर महीने में 66, अक्टूबर में 32, नवंबर में 37 और दिसंबर में अब तक 17 पुरुषों ने प्रताड़ना का आरोप लगाया है. वहीं विवाह विच्छेद के लिए धारा 13 के तहत सितंबर में 29, अक्टूबर में 9, नवंबर में 21 और दिसंबर माह में अब तक कई पतियों ने मुकदमा दाखिल किया है.