गर्मी से बेहाल हुए पहाड़ अप्रैल में राहत के नहीं आसार

शिमला: हिमाचल में गर्मी से हाल बेहाल होने लगा है. मार्च महीने में जहां पहाड़ों पर मौसम सर्द बना रहता था वहीं इस बार मार्च महीने में कई सालों के रिकॉर्ड टूट गए हैं. 31 मार्च को ऊना में दस साल बाद 39 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा सोलन व अन्य शहरों में भी तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई है.

अप्रैल महीने में भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने के आसार बन गए हैं. मौसम विभाग द्वारा मैदानी इलाकों में लू चलने को लेकर अलर्ट भी जारी किया है. भीषण गर्मी से फिलहाल राहत मिलने के आसार कम हैं.

आगामी 8 से 10 दिन तक बारिश की कोई संभावना नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में आगामी चार दिनों तक मौसम साफ रहने की संभावना है. ऐसे में इस दौरान पारा और चढ़ने की संभावना है. वहीं आगामी 8 से 10 दिनों तक बारिश की भी कोई संभावना नहीं है. ऐसे में प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा. प्रदेश के जिला कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल स्पीति और सोलन में रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया है.

गर्मी से राहत की उम्मीद फिलहाल नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि इस वर्ष मार्च में अधिकतम तापमान सामान्य रूप से अधिक रहा है. कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और सोलन जिले में पिछले रिकॉर्ड तोड़ते हुए मार्च 2022 में अब तक का सबसे उच्च तापमान दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि अगले 8 से 10 दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम शुष्क रहेगा. दो से तीन दिनों में थोड़ी गिरावट की संभावना को छोड़कर मौजूदा गर्म परिस्थितियों से कोई बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है.

पॉल ने बताया कि मार्च माह में बारिश पूरे प्रदेश में सामान्य से कम हुई है. सिरमौर में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ कम आने की वजह से और ग्लोबल वार्मिग के परिवर्तन का असर दिखने की वजह से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

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