मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भोपाल में बीजेपी के कोर ग्रुप नेताओं के साथ बैठक की. करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र चौधरी, अश्विनी वैष्णव सहित तमाम दिग्गज नेताओं ने शिरकत की. इस दौरान अमित शाह ने चुनावी जंग फतह करने की रूपरेखा बनाई. शाह ने आदिवासी वोटों पर फोकस करने और प्रदेश का सियासी माहौल अपने पक्ष में मोड़ने के लिए ‘विजय संकल्प अभियान’ शुरू करने का फैसला किया.
मध्य प्रदेश की चुनावी कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल ली है. इसके साथ ही संदेश दे दिया गया है कि प्रभारी भूपेंद्र चौधरी और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव ही विधानसभा चुनाव के पावर सेंटर होंगे. अमित शाह ने राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों की तैयारियों का जायजा लिया. राज्य की 150 सीटों पर खास फोकस करने की रणनीति बनाई है. इन सीटों पर पार्टी ने अभी तक क्या काम किया है और विपक्ष ने क्या तैयारी की है, इस पर मंथन किया है.
फीडबैक लेकर अमित शाह भोपाल आए
विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से फीडबैक लेकर अमित शाह भोपाल दौरे पर आए थे. इसलिए उन्होंने हर एक पहलू पर बात की. राज्य की सभी सीटों पर मंथन किया. इस दौरान राज्य की कमजोर और मजबूत सीटों को लेकर अमित शाह ने अलग-अलग रणनीति बनाने की बात कही है. बैठक के दौरान बीजेपी नेताओं के बीच बेहतर तालमेल बैठाने की भी बात अमित शाह ने कही है. जमीनी स्तर पर मजबूती और आक्रमता के साथ कांग्रेस की रणनीति को काउंटर करने की दिशा निर्देश दिया. इसके अलावा राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया, जिसमें समान नागरिक संहिता से जुड़े मुद्दे पर बात हुई.
विजय संकल्प यात्रा’ शुरू करेगी बीजेपी
प्रदेश में सियासी माहौल बीजेपीमय बनाने के लिए अमित शाह ने बैठक में विजय संकल्प यात्रा निकालने को हरी झंडी दे दी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि अमित शाह ने विजय संकल्प अभियान की शुरुआत करने के निर्देश दिए हैं. मध्य प्रदेश में विजय संकल्प यात्रा का खाका भी तैयार कर लिया है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी राज्य के छह पॉलिटिकल क्षेत्रों से विजय यात्रा शुरू कर सकती है.
मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़, चंबल-ग्वालियर, बुंदेलखंड, विंध्य और महाकौशल क्षेत्र से बीजेपी विजय संकल्प यात्रा निकालने का रोडमैप तैयार किया है. इन सभी अलग-अलग क्षेत्रों में बीजेपी के बड़े नेता यात्रा में शिरकत करेंगे. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे पार्टी के दिग्गज नेताओं को यात्रा की कमान संभाल सकते हैं.
आदिवासी वोटों पर बीजेपी का फोकस
अमित शाह की बैठक में साफ तौर पर बीजेपी नेताओं को संदेश दे दिया गया है कि आदिवासी समुदाय को वोटों पर खास तौर पर फोकस किया जाए. राज्य में करीब 21 फीसदी आदिवासी समुदाय की आबादी है, जो किसी भी दल का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखते हैं. ऐसे में बीजेपी आदिवासी वोटों को साधकर चुनाव जंग फतह करने की रणनीति पर काम कर रही है. सूत्रों की माने तो अमित शाह ने बैठक के दौरान कहा कि राज्य में आदिवासी समुदाय के बीच पूरी ताकत के साथ काम किया जाना चाहिए. साथ ही आदिवासी समुदाय के मामले सामने आने पर भी सवाल उठाया.
चुनाव कमेटियां बनाने पर मंथन
बैठक के दौरान अमित शाह ने मध्य प्रदेश चुनाव से जुड़ी कमेटियां बनाने पर भी विचार-विमर्श किया. चुनाव प्रबंधन कमेटी, मेनिफेस्टो कमेटी बनाने पर भी सहमति बन गई है. माना जा रहा है कि केंद्रीय नेताओं को मध्य प्रदेश चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी सकती है, जिनमें उन्हें अलग-अलग कमेटियों में जगह देने की रणनीति है.