‘पैसा दो, बता दूंगा कहां है आपका लापता बच्चा’… 900 परिवारों को ठगने वाला गिरफ्तार

साइबर क्राइम और इसके जरिए की जाने वाली ठगी के मामले दिनों-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. ठगी करने के नए-नए तरीके भी सामने आते रहते हैं. राजधानी दिल्ली से जालसाजी का ऐसा तरीका सामने आया जिसने ना सिर्फ इंसानियत को शर्मसार कर दिया बल्कि पुलिस को भी सकते में डाल दिया है. बताया जा रहा है कि साइबर क्रिमिनल ऐसे परिवारों को टारगेट कर रहा था जिनके बच्चे लापता हैं.

दिल्ली पुलिस को नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की साइबर यूनिट ने एक साइबर स्कैमर को गिरफ्तार किया है जो लापता लोगों के परिवार को फोन करके उनके बारे में जानकारी देने की एवज में पैसे ठग रहा था. वह परिवार के दुख को ठगी का हथियार बनाकर जालसाजी करताथा. साइबर क्रिमिनल ऐसे 900 परिवारों को ठग चुका है.

लापता बच्चों के निकालता था नंबर
नॉर्थ जिले के डीसीपी मनोज मीणा के मुताबिक, आरोपी सरकारी पोर्टल ZIPNet (Zonal Integrated Police Network) और दूसरे प्लेटफार्म पर मिसिंग पर्सन की डिटेल्स से लापता बच्चों के परिवार का नंबर निकालता था. जिसके बाद उन्हें कॉल करके पैसे ठगता था.आरोपी पीड़ित परिवार से छोटी रकम जैसे 2 हजार से 40 हजार रुपये QR कोड भेजकर मंगवा लेता था, जिससे परिवार बाद में पुलिस से शिकायत न करे.

QR कोड भेजकर मंगवाता था पैसे

हाल ही में, दिल्ली के वज़ीराबाद इलाके में एक लड़की लापता हो गयी थी. परिवार ने लड़की के लापता होने की जानकारी पुलिस में दी. पुलिस ने लापता लड़की की सभी जानकारी मिसिंग पर्सन के लिए बनाए गए पोर्टल पर अपलोड कर दी. पुलिस के मुताबिक उसी दिन एक शख्स ने परिवार को फोन करके लड़की के बारे में जानकारी होने की बात कही. जिसके बाद आरोपी ने QR कोड भेजकर 8 हजार रुपये ठग लिए.

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत जांच-पड़ताल शुरू की. जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मऊ के रहने वाले श्याम सुंदर चौहान को गिरफ्तार कर लिया. श्याम सुंदर ने बैचलर इन कंप्यूटर एप्पलीकेशन की पढ़ाई की हुई है. आरोपी ने अब तक 900 से ज्यादा परिवारों से इस तरह चीटिंग की बात कबूल की है.

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